कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर सरकार की ओर से नई एसओपी जारी की गई है। सरकार ने सख्ती करने के फैसले के साथ ही राज्य में फिर से कोविड प्रतिबंधों की शुरुआत कर दी गई है। एक दिसंबर से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। मुख्य सचिव एसएस संधू की ओर से जारी एसओपी के अनुसार कोरोना के नए स्वरूप ओमीक्रोन से बचाव के लिए अब बार्डर, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, भीड़भाड़ वाले स्थानों और पर्यटक स्थलों पर रेंडम जांच की जाएगी।
राज्य के सभी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, मेडिकल कॉलेजों, इंजीनियरिंग संस्थानों, नर्सिंग कॉलेजों, कृषि एवं प्रोद्योगिकी संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों की कोरोना जांच की जाएगी। विवि और कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की कोविड जांच होगी और किसी छात्र या शिक्षक के पॉजीटिव आने पर उनका अनिवार्य रूप से कोविड प्रोटोकॉल के तहत इलाज होगा।
राज्य के सभी फ्रंट लाइन वर्कर की कोविड जांच भी होगी। कमजोर व्यक्तियों की सुरक्षा जरूरी: 65 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को आवश्यक और स्वास्थ्य संबंधी कारणों से ही घर से बाहर निकलने की इजाजत होगी। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं और पहले से ही बीमार लोगों को भी स्वास्थ्य कारण व जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की इजाजत होगी।
टीकाकरण में तेजी
राज्य में संक्रमण बढ़ने और वायरस के नए स्वरूप को लेकर चिंता के बाद टीकाकरण में भी तेजी आ गई है। मंगलवार को राज्य भर में 71 हजार के करीब लोगों ने टीके लगवाए हैं। जबकि पिछले एक महीने के दौरान राज्य में टीकाकरण की गति बहुत धीमी चल रही थी। इस दौरान दो बार ही पचास हजार से अधिक लोगों को टीके लगाए गए। लेकिन मंगलवार को टीकाकरण में तेजी आई है।