कांग्रेस हाईकमान में सियासी राजनीति का तराजू कुछ इस तरह से बैलेंस किया है कि हरीश रावत मान गए और प्रदेश के प्रभारी भी मान गए हैं। जी हां उत्तराखंड में अब कांग्रेस की कमान होगी हरीश रावत के हाथ में। हाल ही में राहुल गांधी के साथ हुई बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनाव को लीड करने पर रजामंदी जाहिर कर दी है।
लेकिन मुख्यमंत्री कौन बनेगा इस बात की पुष्टि चुनाव के बाद ही की जाएगी। उत्तराखंड कांग्रेस में मचा हड़कंप हरीश रावत के ट्वीट के बाद सुलगता नजर आ रहा है। आपको बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली में पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ उत्तराखंड कांग्रेस के बड़े नेताओं से बात की और जिसके बाद हरीश रावत ने मीडिया से कहा कि वह अगले साल 2022 के विधानसभा चुनाव को लीड करेंगे।
#चुनाव_रूपी_समुद्र
है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है,
1/2 pic.twitter.com/wc4LKVi1oc— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) December 22, 2021
हरीश रावत ने अपने टि्वटर हैंडल से एक ट्वीट भी किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि, “है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है।”
फिर वह आगये लिखते है की, “सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि #हरीश_रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है!” आगे कहते है की,”फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है “न दैन्यं न पलायनम्” बड़ी उपापोह की स्थिति में हूंँ, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि #भगवान_केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे।”