ग्वालियर सेंट्रल जे’ल में मर्डर केस में बंद जिले के एक कैदी को पैरोल पर बाहर निकालने की अर्जी उसकी पत्नी और पिता ने ग्वालियर सेंट्रल जे’ल में लगाई है। कैदी के पिता का कहना है कि पैरोल की फाइल ग्वालियर की सेंट्रल जेल से शिवपुरी एसपी कार्यालय आ चुकी है। अगर एसपी परमिशन दे दें तो उसका बेटा कुछ दिनों के लिए सलाखों से बाहर आ सकता है।
मंगलवार को ससुर और बहू पुलिस अधीक्षक से अनुमति की गुहार लगाने आए थे। शहर के मनियर क्षेत्र के रहने वाले करीमा जाटव के अनुसार, उसका पुत्र छह साल से ह’त्या के आरोप में जे’ल में बंद है। पिता करीमा जाटव ने जानकारी दी कि मेरा पुत्र दारा सिंह जाटव की शादी को सात साल हो चुके हैं। शादी के एक साल के अंदर ही वह ह’त्या के केस में जे’ल में बंद है।
इस कारण से मेरी बहू को कोई संतान नहीं हुई। इसलिए मेरी मांग है कि बेटा कुछ दिनों के लिए जेल से छुट्टी में बाहर आ जाए, ताकि मैं दादा बन सकूं। मेरी पत्नी भी बीमार रहती है, वह भी अपने बेटे दारा सिंह से मिलना चाहती है।
कै’दी दारा सिंह की पत्नी सीमा ने जानकारी दी कि विवाह के कुछ महीने के अंदर ही मेरे पति को जे’ल हो गई थी। कई साल गुजरने के बाद अब परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में मेरे पति कुछ दिनों के लिए मेरे पास आ जाते तो घर में फिर से खुशियां आ जाती।