आए दिन बिजली चोरी के मामले से तो हम सब वाकिफ है मगर जब उर्जा निगम में ही ऐसे लोग मोजूद हो जो ऊर्जा निगम को ही चूना लगाने का काम करे तो फिर यह चिंता का विषय बन जाता है। ऐसा ही कुछ मामला यूपीसीएल के रुद्रपुर डिवीजन के गदरपुर सब डिवीजन में सामने आया है। जहाँ बिल भुगतान की रकम निगम के खाते में जमा न होने का मामला सामने आया है। इसी के चलते मामले की जांच के लिए मुख्यालय के डीजीएम वित्त की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित कर दी है।
दरअसल, खभर मिल रही है कि यूपीसीएल के रुद्रपुर डिवीजन के गदरपुर सब डिवीजन में बिल भुगतान की रकम निगम के खाते में जमा न होने का मामला सामने आया है जिसके बाद ईई सहित चार को सस्पेंड भी कर दिया गया है। प्राथमिक जांच में इस मामले से जुड़े कई तथ्य सामने आने के बाद यूपीसीएल ने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर गोविंद सिंह कार्की, एसडीओ फरमान हैदर जैदी, असिस्टेंट इंजीनियर संजय कुमार और कैशियर पुष्पेंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया था। बृहस्पतिवार को एमडी ने मुख्यालय से एक जांच समिति गठित कर दी। यह जांच समिति मौके पर जाकर बिल भुगतान से जुड़े सभी तथ्यों की पड़ताल कर एमडी को रिपोर्ट देगी।
साथ ही ख़बरों के मुताबिक जांच रिपोर्ट के आधार पर निगम प्रबंधन आगे की कार्रवाई करेगा। एक-दो दिन में देहरादून से जांच समिति रुद्रपुर पहुंच जाएगी। यूपीसीएल एमडी ने सभी डिवीजन को चेताया है कि वह पिछले 01 साल में हुए बिल भुगतान का पूरा ब्योरा दोबारा जांचें और इसमें कहीं भी किसी तरह की कमी दिखाई पड़ने पर तत्काल निगम मुख्यालय को अवगत कराएं। वहीं, यूपीसीएल के निलंबित कैशियर ने बैंक के कैशियर के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया है। बताया जा रहा है कि यूपीसीएल के कैशियर को लगातार कैश जमा कराने पर बैंक कैशियर की ओर से रसीद दी जा रही थी। हालांकि मामला अभी पूरी तरीके से साफ़ नहीं है जो की जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।