उत्तराखण्ड में मल्टी मॉडल कनेक्टीवीटी पर अभूतपूर्व काम हुआ है। इससे राज्य में उद्योग व निवेश को बहुत बढ़ावा मिला है। राजधानी दून से दिल्ली के बीच बन रहे एक्सप्रेस वे से राज्य में विकास की रफ्तार बढ़ेगी। इस परियोजना के तहत दून से लेकर दिल्ली तक चौड़ी सड़क न केवल सफर को आसान बनाएगी बल्कि इससे उद्यमियों और कारोबारियों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
इस परियोजना के तहत डाटकाली में बन रही थ्री-लेन सुरंग का काम पूरा हो गया है। 12 किमी एलिवेटेड रोड के लिए 300 पिलरों पर काम चल रहा है। 125 पिलर खड़े हो चुके हैं। इस साल आखिर तक सुपर स्ट्रक्चर यानी पिलरों के ऊपर एलिवेटेड रोड बननी शुरू हो जाएगी। दून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार दिसंबर 2021 को दून- दिल्ली एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था इसके तहत डाटकाली में 340 मीटर की नई सुरंग बनाई जा रही है।
श्री-लेन सुरंग की चौड़ाई 13 मीटर और ऊंचाई सात मीटर होगी। पहले चरण में कर्व का हिस्सा कट रहा है, जिसकी ऊंचाई तीन मीटर है। सुरंग आर-पार होने के बाद उम्मीद है कि इसके अंदर मशीनें आ-जा सकेगी, जिससे काम में आसानी होगी। डाटकाली से गणेशपुर तक 12 किमी एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे बनना है, जो बरसाती नदी के ऊपर बनाया जा रहा है।
300 पिलरों की बुनियाद खोदी जा चुकी है। जबकि 125 पिलर बनकर खड़े हो चुके हैं एनएचएआई के अफसरों के मुताबिक, इस साल अंत तक पिलरों के ऊपर सुपर स्ट्रक्चर का काम शुरू हो जाएगा। दून- दिल्ली एक्सप्रेस-वे का 1.8 किमी हिस्सा डाटकाली से आशारोड़ी तक उत्तराखण्ड की सीमा में है। पेड़ काटने के बाद इस हिस्से पर भी काम शुरू गया है। यहां पुरानी सड़क को एक्सप्रेस-वे में तब्दील किया जाना है, लेकिन वन्यजीवों की सुरक्षा को देखते हुए ‘एलिफेंट पास बनाए जाने हैं। इस हिस्से पर भी एनएचएआई ने काम शुरू कर दिया है। प्रोजेक्ट पूरा होने के उपरांत दिल्ली से देहरादून महज़ 2-3 घंटे का रास्ता रह जाएगा.