गोवा में कांग्रेसी विधायकों को लेकर चल रही हलचल अभी खत्म नहीं हुई थी कि अब इसी बीच उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका लग गया। तीन नेताओं ने पार्टी छोड़ी तो 2016 में हरीश रावत की सरकार के लिए बागी के रूप में जाने गए हरक सिंह के घर कांग्रेसी नेताओं की बैठक ने यह साफ जाहिर कर दिया कि जैसी प्रस्तिथिया गोवा में थी वही अब उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी के साथ हो रहा है। उत्तराखंड चुनाव में हार के बाद से ही कांग्रेस पार्टी में भगदड़ मची है। 11 जुलाई को दिन में ही दो नेताओं ने कांग्रेस छोड़ दी तो शाम होते-होते हरक सिंह रावत के घर कई दिग्गज नेताओं की बैठक हुई। ये बैठक कांग्रेस के लिए टेंशन बढ़ाने वाली मानी जा रही है।
उत्तराखंड कांग्रेस को एक ही दिन में तीन झटके लगने के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के घर पार्टी के अंदरूनी हालात पर चर्चा हुई जिसके बाद कांग्रेस पार्टी टेंशन में है। सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के महासचिव हरीश रावत इस बैठक में शामिल नहीं हुए। पार्टी में इस्तीफों का दौर चल रहा है तो चुनाव परिणाम के ऐलान के बाद से ही कांग्रेस से नेताओं के पलायन का सिलसिला भी चालू है। ऐसे हालात में हरक सिंह रावत के घर उत्तराखंड कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं की मीटिंग की खबर ने पार्टी की मुसीबतें बढ़ा दी हैं।
माना जा रहा है की कांग्रेस को ये आस थी कि 2022 के चुनाव में पार्टी सत्ता वापस पाने में सफल रहेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं और नतीजा ये निकला कि चुनावी शिकस्त के बाद से ही पार्टी में भगदड़ सी मची है। साथ ही कुछ महीने पहले चुनाव नतीजे आने के बाद कई नेता पार्टी से किनारा कर चुके हैं। 11 जुलाई को भी कांग्रेस के दो नेताओं ने पार्टी छोड़ दी थी। अब एक बार फिर से हरक सिंह रावत के घर हुई बैठक ने कांग्रेस पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है।