
रुद्रपुर के बगवाड़ा भट्टा क्षेत्र में शनिवार रात एक ट्रक चालक की पिटाई कर रहे लोगों को रोकना ग्रामीण परिवार को भारी पड़ गया। आरोप है कि मारपीट कर रहे युवकों ने एक ग्रामीण के सिर पर डंडा मार दिया और उसके बेटे पर पिस्टल से फायर झोंक दिया। गनीमत रही कि गोली युवक को नहीं लगी। गोली चलाने वाले युवक ने खुद को आबकारी विभाग का सिपाही बताया और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
बगवाड़ा भट्टा निवासी रामानंद ने कोतवाली में दी तहरीर में बताया कि 4 अगस्त की रात शिव मंदिर के पास जसपाल सिंह, जसवीर सिंह उर्फ जस्सी (निवासी महाराजपुर लालपुर) और उनका साथी बलजीत सिंह एक ट्रक चालक के साथ गाली-गलौज कर रहे थे और उसे पीटने की कोशिश कर रहे थे। जसपाल ने ट्रक का साइड मिरर तोड़ दिया और चालक को जबरन वाहन से बाहर खींचने की कोशिश करने लगे।
मामला बढ़ता देख रामानंद और कुछ ग्रामीणों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की। इसी दौरान जसवीर और बलजीत सिंह ने रामानंद के सिर पर डंडे से वार किया और उन्हें सड़क पर धक्का देकर गिरा दिया। रामानंद का बेटा शेखर पाखी उन्हें उठाने आया तो बलजीत सिंह ने उस पर पिस्टल तान दी। शेखर हाथ जोड़कर मामले को शांत करने की बात कहता रहा, लेकिन बलजीत ने उसे जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया। गनीमत रही कि गोली चूक गई। आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गया।
स्थानीय लोगों ने जसपाल और जसवीर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। रामानंद ने बताया कि उनके बेटे का अक्सर काम की वजह से देर रात आना-जाना होता है, जिससे अब उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा बना हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जसवीर और बलजीत सिंह अक्सर पिस्टल और डंडे के साथ इलाके में घूमते हैं और लालपुर व बगवाड़ा क्षेत्रों में अवैध वसूली करते हैं। बलजीत सिंह खुद को आबकारी विभाग का कर्मचारी बताकर लोगों पर धौंस जमाता है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।