बागेश्वर – मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हाल ही में घोषणा की थी की कोरोनाकाल में अनाथ हुए बच्चों को प्रतिमाह 3000 रुपए की धनराशी मुहैय्या कराई जाएगी. जो की उसके 21 वर्ष की आयु के होने तक निरंतर जारी रहेगी. वहीँ प्रदेश के सीएम आज किसी दुसरे कारण से चर्चाओं में हैं.
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज पीपीई किट पहनकर बागेश्वर के जिला अस्पताल का खुद निरिक्षण किया. इस दौरान कोविड वार्ड में मरीजों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना। वहीँ अस्पताल एवम मरीजों को भरोसा दिलाते हुए कहा की कोरोना संक्रमण को रोकने और मरीजों की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्य में कोविड के मामलों में कमी भी आ रही है। जल्द ही राज्य इस महामारी से बाहर निकलेगा। गांवों में संक्रमण को रोकने के लिए निगरानी समिति को मजबूत किया जा रहा है और स्वास्थ्य किट बांटे जा रहे हैं। रेमडेसिवीर अब अस्पताओं में पर्याप्त मात्रा में हैं। विभागीय और आउटसोर्सिंग से रिक्त पदों को भरा जा रहा है साथ ही दवाइयों की कमी को भी दूर किया जा रहा है। प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के प्रति राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
गौरतलब है की प्रदेश में कोरोना के कारण स्थिति बहुत ज्यादा अच्छी नही है और उत्तराखंड उन राज्यों में शामिल हो गया है जो की इस आपदा में सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है की हाल में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल रहे तीरथ सिंह रावत क्या जनता का दिल जीत पाते है या नहीं?
इससे पहले चम्पावत में भी पीपीई किट पहनकर कर चुकें हैं निरिक्षण