आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने अपनी कमर कस ली है और इस बार पूरी तरह से जनता का नेता पेश करने के लिए जनता के ही मापदंडों पर खरा उतरने वाले नेता को टिकट देने जा रही है सूत्रों के अनुसार इस बार लगभग 30% विधायकों का टिकट कटना तय माना जा रहा है अगर यह बात सच साबित हो जाती है तो इस बार भाजपा की तरफ से हमें काफी नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं
अगर पिछले विधानसभा चुनावों की बात करें तो पार्टी ने पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा था जिस कारण उन्हें बहुमत प्राप्त हुआ था और 70 में से 57 सीटें एकमुश्त जीती थी यह हालांकि पार्टी के लिए बहुत बड़ा कारनामा था लेकिन भाजपा के रणनीतिकार अच्छे से जानते हैं की इस बार लड़ाई टक्कर की हो सकती है हालांकि जानकारों की मानें तो पिछले चुनावों में कितनी सीटें आएंगी इस बात को लेकर खुद पार्टी भी स्पष्ट नहीं थी
किस-किस का कट सकता है टिकट?
अगर सूत्रों की बात की जाए तो उन लोगों का टिकट कट सकता है जिन लोगों से जनता नाराज है वह जनता को अपने पक्ष में रखने में कामयाब नहीं हो पाए हैं पार्टी के महामंत्री बीएल संतोष पिछले दिनों से इसे लेकर कुछ सिटिंग विधायकों को आधा भी कर चुके हैं इसके साथ ही विधायकों से लेकर पदाधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा वक्त क्षेत्रों में प्रवास करने की हिदायत दी गई है जिससे उनका जनता से संवाद बना रहे
आपको बताते चलें की नमो एप के द्वारा पार्टी ने एक सर्वे भी कराया था जिसमें जनता से राय मांगी गई थी कि उनके क्षेत्र का लोकप्रिय भाजपा नेता कौन सा है तथा तीन लोकप्रिय भाजपा नेताओं के नाम बताइए तो इससे साफ जाहिर होता है कि दूसरी पंक्ति में खड़े लोग भी इस बार टिकट की दावेदारी प्रबल तरीके से कर सकते हैं और उन लोगों को मौका मिल सकता है जो अभी तक संघर्षशील कार्यकर्ता के तौर पर जाने जाते थे