हाल ही में उत्तराखंड के ऋषिकेश से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। जिसमे एक व्यक्ति ने अपने ही परिवार के 5 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। यह खबर मिलते ही लोगो के बिच दहशत का माहौल फेल गया। आरोपी महेश तिवारी इतना निर्दयी हो गया कि उसने अपनी ही पत्नी, मां और तीन बेटियों की गर्दन चाकू से इतनी गहराई तक रेती कि सारी नलियां कट गई। खून इतना बह गया कि चंद मिनटों में ही मौके पर उन्होंने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुए खुलासो से पता चला है कि बेटियों, पत्नी ने अपने आप को आरोपी से छुड़ाने की कोशिशें भी कि थी जिसके दोरान उनके मुंह, कानों, माथों एवं शरीर के अन्य हिस्सों पर कुछ खरोंचों के निशान मिले हैं।
साथ ही एक और चोका देने वाली बात सामने आई है जिसके मुताबिक पता चला है महेश यानि आरोपी की बेटी लगातर खिड़की से मदद के लिए आवाज लगा रही थी। वहा से गुजर रहे सुशील जो की उनका पड़ोसि था उसने बताया की वह सोमवार सुबह करीब सात बजे अपनी पत्नी के साथ मंदिर से लौट रहे थे। तभी महेश के घर से बिट्टो की आवाज आई। वह चिल्ला रही थी कि अंकल-आंटी हमें बचा लो पापा ने मम्मी को मार दिया है। दीदी को काट रहे हैं…बचा लो…बचा लो…। मगर वह समझ ही नहीं पाए कि बिट्टो ऐसा क्यों कर रही है। उन्हें लगा शायद घर में कोई झगड़ा हुआ है। लेकिन, फिर सुशील की पत्नी ने बोला कि बिट्टो कभी ऐसा नहीं करती है। जरा देखो हुआ क्या है। इस पर सुशील घर की बाउंड्री वाल फांदकर अंदर गए और दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था।
उसके बाद का मंजर देख सुशिल के भी होश उड़ गए उन्होंने देखा कि महेश ने बिट्टो को मार दिया था और अब अपनी मां को मार रहा था। उन्होंने एसओ को फोन किया तो पुलिस पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और मौत का सन्नाटा पूरे घर में पसर चुका था। साथ ही बताया जा रहा है कि महेश कि मझली बेटी सुवर्णा दिव्यांग थी। जिस कारण उसने पहले अपनी बीवी और मझली बेटी को मौत के घाट उतारा और फिर अपनी माँ और अपनी छोटी बेटी को। मौत का कारण अभी तक साफ़ जाहिर नहीं हो पाया मगर पुलिस लगातार इस मामले में सख्ती से काम कर रही है।