देहरादून- नगर के कारगी चौक स्थित यह रेस्टोरेंट हालाँकि खुले भी बहुत अधिक दिन नही हुए है लेकिन अब यहाँ ग्राहकों की इतनी भीड़ आ रही है की रेस्टोरेंट संचालकों को संभालना मुश्किल पड़ रहा है. पिछले दिनों प्रीति मंदोलिया ने जब इस रेस्टोरेंट की शुरुआत की थी तब उन्हें भी नहीं मालूम था की रेस्टोरेंट का नाम ही उसको प्रसिद्ध करने का कारण बन जायेगा. वैसे तो शेक्सपेअर ने कहा है की नाम में क्या रखा है लेकिन ‘प्यारी पहाड़न’ के मालिकों से अगर इसका मतलब पुछा जाए तो वो कहेंगे की नाम में ही सब कुछ रखा है.
जब कुछ लोगो को ‘प्यारी पहाड़न’ नाम पसंद नहीं आया तो उन्होंने रेस्टोरेंट पर जाकर हंगामा किया लेकिन उन्हें क्या मालूम था की उनके हंगामा करने के कारण रेस्टोरेंट इतना प्रसिद्ध हो जायेगा की रातों-रात मीडिया में छा जायेगा तथा रातों रात मिली इस प्रसिधी से रेस्टोरेंट पर आने वाले ग्राहकों का तांता लग गया अब फिलहाल यह स्थिति है की रेस्टोरेंट संचालकों को भीड़ संभालना मुश्किल हो रहा है.
आपको बतातें चलें की ‘प्यारी पहाड़न’ रेस्टोरेंट को मिली यह प्रसिद्धि सोशल मीडिया पर चलने वाली उन कैंपेन के कारण संभव हुई जिन्हें लगता था की ‘प्यारी पहाड़न’ नाम में कुछ भी गलत नही है और इससे उल्ट इससे पहाड़ी संस्कृति ही दुनिया के सामने आएगी.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत कई राजनेताओं ने प्रीति को समर्थन दिया। अब रेस्त्रां खुलने के करीब 10 दिन बाद ही वहां दिनभर ग्राहकों की भीड़ लगी हुई है। लोग सोशल मीडिया पर ही नहीं बल्कि रेस्त्रां में पहुंचकर भी प्रीति के जज्बे की तारीफ कर रहे हैं। दूसरी ओर प्रीति ने कहा कि उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि और कर्मभूमि है। राज्य की संस्कृति और रस्मो-रिवाज को मैं बहुत अच्छी तरह जानती और समझती हूं।
वहीँ कहा जा रहा है की रेस्टोरेंट के नाम के कारण हुए विवाद को लेकर प्रीति मंदोलिया के पास प्राइम मिनिस्टर कार्यालय से भी फ़ोन आया था, जिसमे कहा गया था की सोशल मीडिया के ज़रिये उनकी नज़र इस मामले पर बनी हुई है, लेकिन उत्तराखंड न्यूज़ एक्सप्रेस द्वारा इस खबर (पीएमओ वाली) की सत्यता की पुष्टि अभी तक नहीं हो पायी है.