लगातार बढ़ती मंहगाई ने आम जनता की कमर तोड़ कर रख दी है। इसी बिच जहाँ उत्तराखण्ड राज्य में रोडवेज, टैक्सी, मैक्स, आटो, विक्रम आदि जैसी सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के नए किराया दर ने मुश्किलें बढ़ा रखी थी। वही अब कुमाऊं की लाइफ लाइन समझी जाने वाली केएमओयू बसों में भी अब सफर महंगा होने जा रहा है। जी हा हाल ही में केमू यूनियन ने बकायदा परिवहन मंत्री चंदन राम दास से मुलाकात कर केमू का किराया बढ़ाने को लेकर हेतु स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है।
जिसके चलते कैबिनेट मंत्री ने यूनियन के नेताओं को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इतना ही नहीं केमू की ओर से परिवहन मंत्री को किराए में बढ़ोतरी का प्रस्ताव भी सौंपा जा चुका है। हालांकि अब तक इस को लेकर शासन स्तर पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
साथ ही अगर आपको पहाड़ के दूरस्थ इलाकों की ओर जाना हो तो रोडवेज बस के अलावा एकमात्र विकल्प केएमओयू यानी केमू बसे हैं। रोडवेज द्वारा अपना किराया बढ़ाए जाने के बाद अब केमू बसों ने भी अपने किराए में बढ़ोतरी कर दी है। हल्द्वानी से पहाड़ के विभिन्न इलाकों में जाने वाले लोगों को सफ़र करने के लिए अब भारी भरकम किराया चुकाना होगा।
सूत्रों के मुताबिक केएमओयू ने किराया बढ़ोतरी के अपने प्रस्ताव में पर्वतीय मार्गों का किराया 50 पैसे प्रति किलोमीटर तक बढ़ाने की मांग की है। इसके साथ ही अल्मोड़ा के लिए 200 रुपये और डीडीहाट के लिए 520 रुपये किराया देना होगा। साथ ही चंपावत जैसे इलाकों के लिए ₹385 देने होंगे, तो लोहाघाट के लिए ₹354 किराया रखा गया है। भीमताल के लिए ₹60 तो, जागेश्वर के लिए ₹275 किराया है। वही घाट पनार के लिए ₹455 तो अल्मोड़ा के लिए ₹200 किराया रखा गया है। रानीखेत के लिए ₹195 तो पिथौरागढ़ के लिए ₹450 किराया रखा गया है। आपको बता दें कि वर्तमान में पर्वतीय मार्गों पर केमू बसों में किराया एक रुपया 70 पैसा प्रति किमी है।