
बोर्ड की परीक्षा में अच्छे अंको से उत्तीर्ण होने का ख्वाब लिए सभी छात्र अपना खून पसीना एक कर मेहनत करते है। यह खबर उन छात्रों के लिए है जिन्होंने इस बार दसवी की बोर्ड की परीक्षा दी है और 11वी कक्षा में जाने वाले है। उनके लिए शिक्षा विभाग द्वारा न्य प्लान जारी किया गया है। बता दें कि अब इस शैक्षिक सत्र में पढ़ाई को सुचारु रखने के लिए सरकार ने एडमिशन की नई व्यवस्था लागू कर दी है। यानी कि अब हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा दे चुके छात्र-छात्राएं रिजल्ट आने से पहले भी ग्यारवीं कक्षा में एडमिशन ले सकते हैं। इस शैक्षिक सत्र में पढ़ाई को सुचारु रखने के लिए सरकार ने एडमिशन की नई व्यवस्था लागू कर दी है। हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा वाले छात्रों को प्रोविजनल एडमिशन दिया जाएगा। यदि वो बोर्ड परीक्षा में पास हो जाते हैं उनका कक्षा ग्यारह में एडमिशन मान्य रहेगा। फेल होने वाले छात्रों का एडमिशन निरस्त कर दिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत द्वारा शिक्षा में यह नया बदलाव लागू किया गया। माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने इसके आदेश देकर इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा कि इस साल कोरोना और विधानसभा चुनाव के कारण बोर्ड परीक्षाएं कुछ विलंब से हुई हैं। बोर्ड परीक्षाओ का रिजल्ट भी 10 जून तक आना प्रस्तावित है। हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र का 11 वीं कक्षा में एडमिशन रिजल्ट आने के बाद ही हुआ करता है। इससे एक अप्रैल से शुरू होने वाले सत्र में 11 वीं की कक्षा की पढाई शैक्षिक सत्र शुरू होने के साथ आरंभ नहीं हो पाती थी लेकिन अब इस साल हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए छात्रों को प्रोविजनल एडमिशन दिया जाएगा। सभी अपर निदेशक और सीईओ को इसके दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं। ऐसे छात्रों के अभिभावकों से प्रमाणपत्र लेना होगा कि पास होने पर ही उनके बच्चे का एडमिशन कक्षा 11 में मान्य होगा।
साथ ही जो छात्र हाईस्कूल के बाद स्कूल बदलना चाहते हैं, उन्हें भी राहत दी गई है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक के अनुसार ऐसे छात्रों को अपने मूल स्कूल के प्रधानाचाय से बोर्ड परीक्षा में शाामिल होने का प्रमाणपत्र लेना होगा। इसके आधार पर दूसरे स्कूल में प्रोविजनल एडमिशन मिल जाएगा। रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र को अपना अंकपत्र, और मूल स्कूल से स्थानांतरण पत्र लेकर नए स्कूल में जमा कराना होगा। इसके बाद एडमिशन नियमित हो जाएगा।