देहरादून – अभी कुछ पहले उत्तराखंड न्यूज़ एक्सप्रेस ने छात्रों की परीक्षा सम्बंधित एक मामला उठाया था जिसमे कुमाऊँ यूनिवर्सिटी ने एक विधि के छात्र को थ्योरी के सब्जेक्ट में शून्य अंक दिया था, वहीँ ऐसा ही मामला अब गढ़वाल यूनिवर्सिटी में भी देखने को मिला है. जहाँ परीक्षक ने बिना उत्तर पुस्तिका जांचे ही छात्र को शून्य अंक दे दिए. सूचना के अधिकार से यह खुलासा हुआ.
कुमाऊँ यूनिवर्सिटी का कारनामा – थ्योरी के सब्जेक्ट में छात्र को दिए 100 में से 0 अंक
मामला गढ़वाल विश्वविद्यालय के बीजीआर कैंपस पौड़ी का है. यहां पांचवें सेमेस्टर में रितेश गुसाईं नाम का छात्र पढ़ता है. जब पांचवें सेमेस्टर का रिजल्ट आया, तो भौतिक विज्ञान में उसे शून्य नंबर दिये गये थे. जबकि उसका पेपर अच्छा हुआ था. उसे भरोसा था कि उसके अच्छे नंबर आएंगे. लेकिन जीरो नंबर मिलने पर उसे शक हुआ. जिसके बाद स्टूडेंट ने अपनी कॉपी सूचना के अधिकार (RTI) के जरिये मांगी. जब कॉपी रितेश के पास पहुंची, तो पता चला कि कॉपी का मूल्यांकन किए बिना ही उसे नंबर दिया गया है. इस संबंध में गढ़वाल विवि के छात्र नेताओं ने यूनिवर्सिटी में अपनी शिकायत दर्ज करवाई है.
छात्र नेता अनमोल भंडारी ने बताया कि यह इकलौता मामला नहीं है. बहुत से छात्र उनके पास इस तरह की शिकायत लेकर आये हैं. आरोप है कि छात्रों को बहुत कम नंबर दिये गये हैं. जबकि उन्होंने पेपर अच्छे से दिया था. स्टूडेंट्स ने ऐसे प्रोफेसर पर कार्रवाई करने की मांग की है. दूसरी ओर गढ़वाल केंद्रीय विवि के अधिकरियों का कहना है कि अभी उनके पास इस तरह का कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है. अगर शिकायत मिलती है, तो फिर से कॉपी चेक होगी.