विशेष प्रमुख सचिव सूचना अभिनव कुमार ने कहा है कि उत्तराखंड में 100 एकड़ में फिल्म सिटी बनेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर फिल्म सिटी के लिए 100 एकड़ से अधिक भूमि के चिह्नीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। फिल्म सिटी में अच्छे एवं उच्च गुणवत्ता के स्टूडियो खोले जाएंगे। राज्य सरकार फिल्म सिटी को हाई क्वालिटी प्रोडक्शन के तौर पर विकसित करेगी ताकि प्री-प्रोडक्शन, प्रोडक्शन एवं पोस्ट प्रोडक्शन के कार्य एक ही जगह पर हो सके।
मधुबन होटल में शनिवार को वैली ऑफ वर्ड्स फेस्ट में अभिनव कुमार ने फिल्म इंडस्ट्री एज द ग्रोथ ड्राइवर ऑफ उत्तराखंड इकोनॉमी सत्र की चर्चा के दौरान कहा कि आने वाले 5 साल में फिल्म सिटी पर निश्चित ही जमीनी कार्य दिखने लगेगा। मैदानी इलाके के साथ ही पहाड़ों के दूरस्थ क्षेत्रों को भी शूटिंग डेस्टिनेशन के तौर पर जोड़ने का कार्य किया गया है। स्थानीय फिल्मों के लिए नए ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी विचार किया जा रहा है। राज्य सरकार जल्द ही यूके फिल्मफेयर अवार्ड शुरू करने जा रही है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड दिन प्रतिदिन फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक नए शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। पिछले एक वर्ष में करीब 300 से अधिक छोटी-बड़ी फिल्मों की शूटिंग यहां हुई है। राज्य को नए शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में बनाने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार फिल्म सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर एवं नई फिल्म पॉलिसी पर कार्य कर रही है। राज्य में बढ़ते फिल्मांकन से लोगों को रोजगार मिलेगा। इस अवसर पर फिल्म निर्देश अविनाश ध्यानी, सतीश शर्मा, एक्टर, कुणाल शमशेर मल्ला, डॉ राजेंद्र डोभाल मौजूद रहे।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने शनिवार को दो दिनी ‘वैली ऑफ वर्ड्स’ इंटरनेशनल लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल के छठे संस्करण का शुभारंभ किया। उन्होंने हिन्दी की कहानियों पर आधारित पुस्तक ‘तद्भव’, 40 किताबों की समीक्षा वाली पुस्तक ‘द बुक रिव्यू’ और लिटरेचर फेस्टिवल के पहले दिन के कवर का विमोचन किया। फेस्टिवल में पांच प्रदर्शनियां भी लगाई गई हैं।
राज्यपाल ने कहा कि सोशल मीडिया और इंटरनेट ने सूचनाओं को सुलभ तो बनाया, लेकिन लोगों को किताबों से दूर भी किया है। ऐसे आयोजनों से युवाओं में किताबों के प्रति रुचि बढ़ेगी। इस दौरान उत्तराखंड फिल्म नीति पर चर्चा हुई। साथ ही कई किताबें भी लॉन्च की गईं। इस दौरान पूर्व राज्यसभा सांसद तरुण विजय, वैली आफ वर्ड्स के निदेशक डॉ. संजीव चोपड़ा, पोस्टमास्टर जनरल अमित खर्कवाल, सीजीएम-नाबार्ड भास्कर पंत, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट, वैली ऑफ वर्ड्स की चेयरमैन रश्मि चोपड़ा, राजेंद्र डोभाल, ज्योति धवन और अनूप नौटियाल मौजूद थे।