पंजाब के फिरोजपुर में घरेलू कलह के चलते एक व्यक्ति ने अपने संग तीन लोगों को लेकर कार नहर में उतार दी। उक्त व्यक्ति ने घ’टना से पूर्व फेसबुक पर लाइव होकर आपबीती सुनाई। यही नहीं बच्चों से भी पूछा क्या तुम जीना चाहते हो तो बच्चों ने कहा नहीं। हुआ यूं कि कुछ दिन पहले उक्त व्यक्ति की पत्नी अपने दोनों बच्चों को छोड़कर किसी व्यक्ति के संग चली गई। इसी बात से वह परेशान था।
गोताखोर मंगलवार देर शाम तक नहर में चारों की तलाश कर रहे थे। नहर में सिर्फ कार मिली है और कोई नहीं मिला। नहर में छलांग लगाने वाला जसविंदर सिंह उर्फ राजू का भाई सोनू निवासी फाजिल्का ने बताया कि उसके भाई की पत्नी को काला संधू निवासी छावनी लेकर गया है। काला उसके भाई को जान से मारने की ध’मकी देता था।
राजू ने संधू को टेलीफोन कर कहा कि मेरी पत्नी लौटा दे, मेरे बच्चे बर्बाद न कर। इस संबंध में थाना सिटी के प्रभारी मोहित धवन को शिकायत भी दी थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों का कहना है कि राजू पत्नी के घर से जाने के बाद बहुत परेशान था। वह जानते थे कि यह कोई गलत कदम न उठा ले। राजू मंगलवार सुबह अपने साथ कार में बेटी गुरलीन (8) और बेटा दिव्यांश (9) को साथ ले गया। जब इसने फेसबुक पर लाइव होकर आपबीती सुनाई तो उससे संपर्क कर उसे समझाया गया और तलवंडी भाई की तरफ गए।
समझाने फाजिल्का से आया भाई सोनू, दिव्यांग भाई हरप्रीत सिंह व भतीजा आगम एक्टिवा पर तलवंडी भाई की तरफ गए। वहां पर राजू उन्हें अपने दोनों बच्चों के साथ कार पर मिला। राजू को समझाया और उसे घर वापस लेकर आ रहे थे। कार में आते समय राजू का बेटा कार से उतरकर अपने ताया सोनू की एक्टिवा पर बैठ गया। जबकि दिव्यांग भाई हरप्रीत और भतीजा आगम कार में बैठ गए। जब राजू कार लेकर फिरोजपुर लौट रहा था तो उसने रास्ते में राजस्थान फीडर नहर में कार को गिरा दिया।