प्रदेश में उत्तराखंड ऊर्जा निगम द्वारा बिजली चोरी के खिलाफ चलाए गए चेकिंग अभियान के दौरान भारी संख्या में लोगों द्वारा बिजली की चोरी का मुकदमा दर्ज किया गया है। यहाँ तक की लोगों को इस चोरी की बिजली से खाना बनाने के लिए गैस सिलिंडर के बजाय हीटर के इस्तेमाल का मामला भी सामने आया है। उनके खिलाफ अलग-अलग थाना और कोतवाली में मुकदमे दर्ज कराए गए हैं।
उर्जा निगम द्वारा चलाये गए इस अभियान में लगभग एक हफ्ते में तीनों टीमों की ओर से करीब 250 घरों की चेकिंग की गई है। जिनमे से कुल 63 लोगों के घरों पर बिजली चोरी पकड़ी गई है लेकिन चौंकाने वाली बात तो यह है कि इनमें से 50 से अधिक बिजली चोरी के मामलों में ऐसे लोग शामिल हैं, जो घर का खाना बनाने के लिए गैस सिलिंडर का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे, बल्कि खटिया डालकर चोरी की बिजली से उच्च क्षमता वाले हीटरों पर खाना बना रहे थे। उर्जा निगम ने इन सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
साथ ही सूत्रों के मुताबिक रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में ऊर्जा निगम की ओर से पिछले कई दिनों से बिजली चोरी रोकने के लिए चेकिंग अभियान चलाया गया है। जिसके चलते अधीक्षण अभियंता मुनीष चंद्रा की ओर से एसडीओ के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन किया गया है। एसडीओ मोहम्मद उस्मान को पुहाना क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि एसडीओ पंकज गौतम को मंगलौर और एसडीओ वीरेंद्र बिष्ट को रामनगर की जिम्मेदारी दी गई है। इन सभी को अलग-अलग छेत्रों में बिजली चोरी रोकने के अभियान के तहत तैनात किया गया है।