देहरादून – आम आदमी पार्टी आरोप प्रत्यारोप की राजनीती करना बखूबी जानती है. जिसकी बानगी आज देहरादून में देखने को मिली. जहाँ आम आदमी पार्टी ने अपने प्रचार में एक ऐसा पोस्टर लगवा दिया जिसकी वजह से 3 लोग गिरफ्तार हो गयें.
गौरतलब है की आगामी विधान सभा चुनाव प्रचार में सबसे पहले आम आदमी पार्टी कूदी है तथा उसने चुनाव प्रचार का आक्रामक रुख अपनाते हुए, हरीश रावत, तीरथ सिंह रावत, पुष्कर सिंह धामी को टारगेट बनाकर विज्ञापनों के ज़रिये उन पर हमले किये जा रहें हैं. इसी कड़ी में आप ने एक विवादित पोस्टर रिलीज़ कर डाला. इस पोस्टर में देखा जा सकता है की एक तरफ आम आदमी पार्टी के कर्नल कोठियाल है तथा दूसरी तरफ वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी, जहाँ कर्नल कोठियाल का सामान्य फोटो इस्तेमाल किया गया है वहीँ पुष्कर सिंह धामी का असामान्य तथा एक्टिविटी फोटो( जब व्यक्ति को पता ना हो की उसका फोटो खींचा जा रहा है)इस्तेमाल हुआ है.
पोस्टर के दो सेक्शन बना दिए गए हैं, चूँकि दोनों विरोधी पार्टियाँ हैं इसीलिए जनता के पास जो सन्देश पहुँच रहा है वो दोनों नेताओं की तुलना करने का मैसेज पहुँच रहा हैं.
कर्नल कोठियाल वले कॉलम में जहाँ देश भक्त फौजी लिखा है वहीँ पुष्कर सिंह धामी के कॉलम में नेता लिखा है. यही पोस्टर लगाना आम आदमी पार्टी को भारी पड़ गया. पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ ऊर्जा निगम और नगर पालिका की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। पोस्टर रायपुर ,नेहरु कॉलोनी, रायवाला और मसूरी में विद्युत विभाग व नगरपालिका के की संपत्ति पर लगाए गए हैं।
यहाँ एक सवाल यह उठ रहा है की अगर कर्नल कोठियाल देशभक्त है तो फिर पुष्कर सिंह धामी क्या है, दो बार भारतीय युवा मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके तथा दो बार के जनप्रतिनिधि जिसे जनता ने चुनकर विधायक की कुर्सी पर बैठाया हो, उसे इस तरह से दिखाना क्या जायज़ है. पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही प्रदेश के लोगो को जहाँ उम्मीद की नयी किरण दिखाई दे रही है वहीँ आम आदमी पार्टी बिजली की बात करती है लेकिन क्या प्रदेश के किसी गरीब व्यक्ति का बिजली का बिल भरा है?
कई सवाल है लेकिन आम आदमी पार्टी की विज्ञापन नीति शायद इस बार उलटी पडती हुई दिखाई दे रही है.
नगरपालिका व विद्युत विभाग की संपत्ति पर आम आदमी पार्टी से संबंधित होर्डिंग लगाए गए हैं, जिससे विद्युत आपूर्ति को सुचारू रखने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है। इससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बना हुआ है। बिना विभाग की अनुमति के होर्डिंग लगाने से लोक सम्पत्ति को क्षति भी हुई है। विभिन्न थाना क्षेत्रों में तहरीर प्राप्त होने पर एसएसपी देहरादून ने मुकदमा दर्ज कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मुकेश कुमार, राजेंद्र और कमल बिष्ट के खिलाफ सार्वजनिक सम्पत्ति नुक़सान निवारण अधिनियम 1984 के तुहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकेश ने पूछताछ में बताया कि उसकी घोसी गली में राज प्रिंटर के नाम से दुकान है। यह अपने साथी राजेंद्र के साथ प्रिंटिंग का काम करता है। उसने बताया कि सबसे पहले उन्हें दिल्ली से किसी उमेश वर्मा व नरेश ने टेलीफोन के माध्यम से संपर्क किया था।