जब से चार धाम यात्रा शुरू हुई है तब से यात्रियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीते दिनों यमुनोत्री मार्ग पर कुछ यात्रियों की हार्ट अटैक से मौत की खबरे सामने आई जिसमे कार्डिक एम्बुलेंस की कमी बताई गई। इस बार आ रहे श्रद्धालुओं की तबियत में बहुत बदलाव देखने क मिल रहा है। फिलहाल भी कई लोगो की तबियत खराब बताई जा रही है। चौकाने वाली खबर है कि चार धाम यात्रा पर आ रहे लोगो की हो रही मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। चारधाम यात्रा शुरू होने के छह दिन के भीतर ही केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जाने वाले 20 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है जिससे अब यात्रियों में चिंता व् भय का अ=माहोल बनता हुआ नज़र आ रहा है। सोमवार तक मिली जानकारी के अनुसार, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में 14 यात्रियों की मौत हो चुकी थी। इनमें एक नेपाली मजदूर भी है। इनके अलावा केदारनाथ में पांच और बदरीनाथ में एक श्रद्धालु की मृत्यु की सूचना है। इस तरह छह दिन में 20 तीर्थयात्रियों की मौत ने यात्रा के आयोजकों और प्रशासन को चिंता में डाल दिया है।
केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में क्षमता से दोगुने से अधिक यात्री दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे धामों में श्रद्धालुओं को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में अव्यवस्थाओं व कठिन परिस्थितियों के बीच वृद्ध और बीमार तीर्थयात्रियों की जान पर पैदल यात्रा भारी पड़ रही है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के पुख्ता इंतजाम होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कठिन पैदल मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ठहरने के पर्याप्त इंतजाम व मरीजों को वक्त पर असपताल पंहुचाने या तुरंत इलाज़ की सुविधा मुहिया करने वाली कार्डिक एम्बुलेंस जैसी सुविधा भी उपलब्ध नहीं है।
वहीं स्वास्थ्य महानिदेशक, डॉ. शैलेजा भट्ट का कहना है कि चारधाम यात्रा में अब तक कई यात्रियों की अचानक मौत हुई है। इनमें यमुनोत्री में आठ, गंगोत्री में दो और केदारनाथ में पांच यात्रियों के मौत होने की सूचना है। यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए डॉक्टर, पैरामेडिकल की टीमें तैनात हैं। यात्रा मार्गों पर चिकित्सा इकाईयों में डॉक्टरों के साथ दवाईयां, एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन की कमी के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने की शिकायत आती है। यदि कोई यात्री पहले से किसी बीमारी से ग्रसित है तो उन्हें मेडिकल चेकअप कराकर डॉक्टर की सलाह लेने के बाद यात्रा करनी चाहिए।