उत्तराखंड में वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव हैं और चुनाव से पहले बीजेपी ने प्रदेश में कमजोर और मजबूत सीटों को छाटने का काम शुरू कर दिया है। राज्य की जिन सीटों पर बीजेपी को खतरा महसूस हो रहा था उन सीटों पर संभावना है कि बीजेपी प्रत्याशी चेहरा बदल दे।
पार्टी कैडर की सक्रियता के जरिए भी माहौल को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसी ही एक बाजपुर विधानसभा सीट जोकि भाजपा के लिए अब नाक का सवाल बन चुकी है। आपको बता दें हाल ही में भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस में घर वापसी करने वाले बाजपुर के विधायक एवं पूर्व परिवहन मंत्री यशपाल आर्य को आगामी विधानसभा चुनाव में शिकस्त देने के लिए भाजपा विशेष रणनीति बना रही है।
इस रणनीति के तहत भाजपा विधानसभा सीट बाजपुर से यशपाल आर्य को चुनौती देने के लिए मजबूत प्रत्याशी की तलाश कर रही है। रिपोर्ट की मानी जाए तो तराई में बसे जनपद उधमसिंह नगर की विधानसभा की 9 सीटों में से यशपाल आर्य की ही सीट बाजपुर विधानसभा से क्लियर दिखाई दे रही है।
क्योंकि यशपाल आर्य के खिलाफ भाजपा में कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं दिख रहा है। आपको बता दें कि पूर्व में भाजपा के युवा नेता राजेश कुमार बाजपुर विधानसभा सीट से साल 2021 में यशपाल आर्य के खिलाफ चुनाव में हार गए थे और इस बार भी भाजपा के पास राजेश कुमार के अलावा कोई और योग्य प्रत्याशी नजर नहीं आ रहा है।