रानीखेत की रीति सहाय ने देवभूमि का नाम रौशन किया है और उत्तराखंड की पहली ऐसी महिला बन गई हैं जिन्होंने विश्वभर में 6 प्रमुख मैराथन पूरी की। रानीखेत की रहने वाली 44 वर्षीय रीति सहाय उत्तराखंड की पहली और भारत की कुछ गिने-चुनी विश्व मैराथन मेजर्स (डब्ल्यूएमएम) – बोस्टन, बर्लिन, न्यूयॉर्क, शिकागो, लंदन को पूरा करने वाली पहली महिला बन गई हैं।
सहाय को सभी छह मैराथन के समान ‘सिक्स स्टार मेडल’ से सम्मानित किया गया है। यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की केवल छह महिलाएं थीं। हालांकि, हाल ही में 5 मार्च को हुई टोक्यो मैराथन के बाद सहाय सहित अब उपलब्धि हासिल करने वालों की संख्या 23 हो गई है। से’वानिवृत्त से’ना अधिकारी की बेटी, रीति सहाय ने 2018 में 40 साल की उम्र में मैराथन में दौड़ना शुरू किया।
रानीखेत की रीति सहाय ने देवभूमि का नाम रौशन किया है और उत्तराखंड की पहली ऐसी महिला बन गई हैं जिन्होंने विश्वभर में 6 प्रमुख मैराथन पूरी की। रानीखेत की रहने वाली 44 वर्षीय रीति सहाय उत्तराखंड की पहली और भारत की कुछ गिने-चुनी विश्व मैराथन मेजर्स (डब्ल्यूएमएम) – बोस्टन, बर्लिन, न्यूयॉर्क, शिकागो, लंदन को पूरा करने वाली पहली महिला बन गई हैं।
सहाय को सभी छह मैराथन के समान ‘सिक्स स्टार मेडल’ से सम्मानित किया गया है। यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की केवल छह महिलाएं थीं। हालांकि, हाल ही में 5 मार्च को हुई टोक्यो मैराथन के बाद सहाय सहित अब उपलब्धि हासिल करने वालों की संख्या 23 हो गई है। सेवा’निवृत्त से’ना अधिकारी की बेटी, रीति सहाय ने 2018 में 40 साल की उम्र में मैराथन में दौड़ना शुरू किया।