उत्तर प्रदेश जसी बड़े सूबे के मुख्यमंत्री रहे तथा देश के रक्षा मंत्री जैसे बड़े पदों पर पहुँचने वाले समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का आज निधन हो गया है. मुलायम सिंह यादव की गिनती देश के दिग्गज नेताओं में की जाती है.
मुलायम सिंह को सांस लेने में ज्यादा दिक्कत होने पर मेदांता अस्पताल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। अस्पताल में मुलायम सिंह (82) की निगरानी खुद मेदांता समूह के निदेशक डॉ. नरेश त्रेहन कर रहे थे। हालांकि हालत बिगड़ने के बाद उनका जीवन नहीं बचाया जा सका और मुलायम ने सुबह 8.16 पर आखिरी सांस ली।
जब से मुलायम सिंह यादव अस्पताल में भर्ती हुए थे तब से लगातार उनके समर्थक और प्रशंसक उनकी बेहतर सेहत के लिए पूजा-प्रार्थना कर रहे थे। मुलायम की तबियत पिछले दो साल से ज्यादा खराब थी, लेकिन नौ जुलाई को दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के निधन के बाद वह ज्यादा टूट गए थे। पत्नी की मौत के चार महीने के अंदर ही मुलायम सिंह ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया।
इसी साल नौ जुलाई मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह यादव की पत्नी का भी निधन हुआ था। उनके निधन के एक महीने बाद ही मुलायम सिंह की तबियत ज्यादा खराब हो गई। 22 अगस्त को उन्हें मेदांता में भर्ती कराया गया। तब से उनका इलाज यहां चल रहा था। दो अक्तूबर को हालात ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। लगातार उनकी हालत खराब हो रही थी। रक्तचाप सामान्य नहीं हो रहा था। आठ दिन तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।