देहरादून – ukssc के पेपरलीक को लेकर अभी तक आरोपियों की धरपकड़ जारी है, जहाँ पेपरलीक का एक मुख्य आरोपी मूसा को उत्तराखंड पुलिस ने नेपाल में दबोचा है वहीँ प्रदेश में राजनीति में भी आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है.
आपको बताते चलें की भारतीय युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल की पत्नी सुमन पिल्ख्वाल पर पहाड़ी आर्मी ने अस्सिस्टेंट प्रोफेसर के संविदा के पद पर तैनाती को लेकर आरोप लगाया था. जिसपर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने काफी नाराज़गी दिखाते हुए कहा की अगर 10 दिनों के भीतर पहाड़ी आर्मी माफ़ी नहीं मांगती है तो उनके ख़िलाफ़ एक करोड़ की मानहानि का दावा करेंगे.
भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल ने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्याल में असिस्टेंट प्रोफेसर(एसी) के पद पर संविदा में तैनात अपनी पत्नी सुमन पिल्खवाल के खिलाफ सोशल मीडिया में दुष्प्रचार का आरोप लगाते हुए पहाड़ी आर्मी पर मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि दुष्प्रचार की वजह से उनके परिवार को मानसिक रूप से काफी परेशानी हुई है। यदि दुष्प्रचार करने वालों ने 10 दिन में माफी नहीं मांगी और अपने सोशल साइट के पेज से पोस्ट को डिलिट नहीं किया तो वह उनके खिलाफ एक करोड़ रुपये की मानहानि के साथ मुकदमा दर्ज कराएंगे।
अधिवक्ता के साथ पत्रकार वार्ता को पहुंचे कुंदन ने कहा कि उनकी पत्नी ने अपनी योग्यता के दम पर पद हासिल किया है। पहाड़ी आर्मी का न तो राजनीतिक दल के रूप में रजिस्ट्रेशन है और न ही सामाजिक संगठन के रूप में उसे पंजीकृत किया गया है। बावजूद राजनीति से प्रेरित होकर पहाड़ी आर्मी नेता ने उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया है।