टोल प्लाज़ा पर आये दिन किसी न किसी कारणवश विवाद देखने को मिलता रहता है। अभी हाल ही में निर्दलीय खानपुर विधायक उमेश कुमार के गनर का टोल प्लाज़ा पर टोल कर्मियों से विवाद हो गया जिसमे उन्हें गंभीर चोट लग गई। दरअसल झबरेड़ा से रिश्तेदारों संग किसी परिचित की अस्थियां विसर्जित करने हरिद्वार आ रहे खानपुर विधायक उमेश कुमार के गनर (उत्तराखंड पुलिस का सिपाही) नेती राम का टोल प्लाजा कर्मियों से विवाद हो गया। विवाद का कारण बैरियर न खोलने पर शुरू हुआ था। कार टोल प्लाजा बहादराबाद पहुंची तो गनर ने खुद को उत्तराखंड पुलिस का सिपाही बताते हुए बैरियर हटाने का कहा, लेकिन कार का नंबर यूपी के सहारनपुर का था। टोल प्लाजा कर्मियों ने बैरियर नहीं हटाया और टोल देने की बात कही। गनर ने उत्तराखंड पुलिस का आईकॉर्ड भी दिखाया। टोल प्लाजा कर्मी नहीं माने तो गनर कार से नीचे उतरा। इस बीच कहासुनी होने लगी। तभी सभी टोलकर्मी इक्कठे हो गए और गाली-गलोच शुरू कर दी। जिसके बाद सबने लाठी-डंडो से गनर के साथ मार-पीट शुरू कर दी।
यह सब देख गनर के साथ गाडी में मौजूद उनके अन्य रिश्तेदार गनर को बचाने कार से उतरे और विवाद ने और बड़ा रूप ले लिया और कर्मियों ने उनके साथ भी मार-पीट शुरू कर दी। सूचना पर बहादराबाद थाना प्रभारी नितेश शर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। टोल प्लाजा के छह कर्मियों को हिरासत में लेकर थाने आ गए। सिपाही और रिश्तेदार अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार चले गए। थाना प्रभारी नितेश शर्मा ने बताया कि गनर की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई। पुलिस ने छह कर्मियों का शांतिभंग में चालान करना पड़ा। वहीं विधायक उमेश कुमार का कहना है कि बहादराबाद टोल प्लाजा पर उनकी कोई गाड़ी नहीं गई थी। इस मामले में बेवजह उनका नाम घसीटा जा रहा है। विवाद से उनका कोई लेनादेना नहीं है।