हल्द्वानी – दूसरी लहर काफी लोगो को दुःख दर्द दे गयी है लेकिन तीसरी लहर को लेकर अगर अभी से तैय्यारियाँ पूरी नहीं की तो आने वाला वक़्त और भी मुश्किल भरा हो सकता है. इसी कारण सरकार वैक्सीनेशन पर काफी जोर दे रही है. वहीँ समस्या यह है की स्कूल कॉलेज भी खोले जाने हैं तथा वहां होने वाली स्टूडेंट्स की भीड़भाड़ हमेशा ही रहती है. इस कारण कोरोना फैलने का ख़तरा अधिक बढ़ सकता है. इस समस्या को लेकर एक रास्ता निकाला गया है जिसमे कॉलेज खोलने की अनुमति इस शर्त पर मिलेगी की डिग्री कॉलेजों को स्पेशल ड्राइव चलाकर अपने स्टूडेंट्स का वैक्सीनेशन करना होगा.
उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी डिग्री कॉलेजों के प्रिंसिपल्स को एक पत्र में निर्देशित करते हुए लिखा है कि कॉलेजों को स्पेशल वैक्सीनेशन ड्राइव चलाकर स्टूडेंट्स को वैक्सीनेट कराना होगा. आने वाले दिनों में कॉलेज खुलने पर उन्हीं छात्रों को एडमिशन या परीक्षा में बैठने दिया जाएगा, जिनका वैक्सीनेशन हो चुका होगा. यह अनिवार्य नहीं है कि छात्र कॉलेज के वैक्सीनेशन अभियान में ही वैक्सीन डोज़ लें.
सितम्बर में होनी है परीक्षाएं
आपको बताते चलें की प्रदेश मेलाग्भाग 105 डिग्री कॉलेज हैं. जहाँ सितम्बर के पहले सप्ताह में परीक्षाएं आयोजित की जाएँगी. जिसमें ग्रेजुएशन के तीसरे और छठे सेमेस्टर के साथ ही पोस्ट ग्रेजुएएन के चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं भी शामिल हैं. इनके अलावा अलग-अलग कक्षाओं में प्रमोट किए गए स्टूडेंट्स की एडमिशन प्रक्रिया शुरू होगी, जिसको देखते हुए कोरोना वैक्सीनेशन का निर्देश दिया गया है. सभी छात्रों और कॉलेज टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए वैक्सीन लगवाना ज़रूरी होगा. इसे सुनिश्चित करने के लिए कॉलेजों को स्वास्थ्य विभाग से कॉर्डिनेट कर वैक्सीनेशन कैंप लगाने होंगे.
ऑनलाइन चल रही है क्लासेस
फिलहाल कोरोना के मद्देनज़र सभी कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है यानी स्टूडेंट्स घर बैठे मोबाइल फोन या लैपटॉप के ज़रिए कक्षाएं अटेंड कर रहे हैं. हालांकि टीचर्स का कॉलेज आना ज़रूरी हो चुका है. दूसरी तरफ, यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने अक्टूबर से कॉलेजों को खोलने और स्टूडेंट्स की पढ़ाई शुरू करने को कहा है और सितंबर में परीक्षाओं की तारीख तय की है, जिसकी तैयारी अभी से शुरू हो गई है. अलग-अलग विश्वविद्यालय यूजीसी के निर्देशों के मुताबिक अपने यहां एडमिशन और परीक्षाओं का शेड्यूल तैयार कर रहे हैं.