भारत ने बैडमिंटन के इतिहास में वो कारनामा कर दिखाया है, जो आज से पहले कभी नहीं हुआ था। भारत को यह बड़ी जीत दिलाने वाले इन सुपर खिलाड़ियों का आज सभी लोग गर्व से गुणगान कर रहे है। चारो और बस उन्ही की चर्चा का माहोल बना हुआ है। उत्तराखंड की बात की जाये तो अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन भी उसी भारतीय टीम का हिस्सा है जिन्होंने भारत को गर्व महसूस कराने में अहम भूमिका निभाई है। भारतीय दल में शामिल खिलाड़ियों ने भी पूरी लगन और मेहनत की बदौलत टीम को खिताबी जीत तक पहुंचाया। अल्मोड़ा के रहने वाले लक्ष्य सेन ने पिछले एक-दो सालों में अपने प्रदर्शन से अलग पहचान बनाई है। थॉमस कप के क्वार्टर फाइनल में विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन को मलेशिया के ली जिया के हाथों 21-23 और 9-21 से हार का सामना करना पड़ा था। सेमीफाइनल में भी लक्ष्य डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन से हार गए. लेकिन फाइनल मुकाबले में इस युवा खिलाड़ी ने एंथनी गिनटिंग को मात देकर भारत को विजयी शुरुआत दिलाई।
जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि भारत की बैडमिंटन टीम ने इतिहास रच दिया है। पूरा देश थॉमस कप जीतने से उत्साहित है। हमारी टीम को बहुत बधाई और आगे के मैच के लिए बहुत शुभकामनाएं। उन्होंने कहा की इससे हमारी आने वाली जेनरेशन को भी काफी प्रेरणा मिलेगी। इस दौरान खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी बैडमिंटन विजेता टीम को बधाई दी है। और साथ ही खेल मंत्रालय की ओर से विजेता टीम को एक करोड़ रुपये की राशि देने का ऐलान किया गया है।