उत्तराखंड के देहरादून में एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है, जिसमें 6 छात्रों की जान चली गई। यह हादसा ओएनजीसी चौक के पास हुआ, जब एक इनोवा कार की ट्रक से टक्कर हो गई। इस हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए और एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह सभी छात्र उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के निवासी थे, जो घूमने के लिए निकले थे।
हादसे का कारण
- तारीख: 11 नवंबर 2024
- स्थान: ओएनजीसी चौक, देहरादून
हादसा देर रात हुआ जब छात्र एक साथ घूमने के लिए निकले थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इनोवा कार की गति बहुत तेज थी, जिससे यह टक्कर हुई।
टक्कर का मंजर
हादसे के बाद कार का बोनट ट्रक के पीछे चिपक गया और कार लगभग 100 मीटर दूर जाकर एक पेड़ से टकरा गई। इस टक्कर के कारण कार की छत एक तरफ गिर गई और कार के हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
मृतकों की पहचान
पुलिस ने मृतकों की पहचान कर ली है। सभी मृतक युवा छात्र थे, जिनकी उम्र 19 से 24 वर्ष के बीच थी। मृतकों में शामिल हैं:
- गुनीत (19) – साईंलोक, जीएमएस रोड
- अतुल अग्रवाल (24) – कालिदास रोड
- कामाक्षी (20) – कांवली रोड
- कुणाल कुकरेजा (23) – चंबा, हिमाचल प्रदेश
- नव्या गोयल (23) – तिलक रोड
- ऋषभ जैन (24) – राजपुर रोड
एक अन्य युवक, सिद्धेश अग्रवाल (25), गंभीर रूप से घायल है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब हादसा हुआ, तो दृश्य बेहद भयावह था। कार में फंसे युवाओं की हालत देखकर वहां मौजूद लोग दंग रह गए। सड़क पर खून और कार के टुकड़े बिखरे हुए थे, जिससे यह स्पष्ट था कि हादसा बहुत गंभीर था।
पुलिस और एंबुलेंस की प्रतिक्रिया
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तुरंत घायलों को अस्पताल भेजा और मृतकों के शवों को बाहर निकालने का काम शुरू किया।
हादसे के बाद की स्थिति
इस हादसे ने मृतकों के परिवारों में मातम का माहौल पैदा कर दिया है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे अपने बच्चों को खोने के बाद बुरी तरह टूट गए हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सड़क पर सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कई लोगों का कहना है कि देहरादून में सड़कें सुरक्षित नहीं हैं और यहां पर ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं किया जाता।
सरकारी कार्रवाई की आवश्यकता
स्थानीय निवासियों ने सरकार से मांग की है कि सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्हें यह भी चिंता है कि अगर ऐसे हादसे होते रहे, तो और भी परिवारों को इस तरह का दुख सहना पड़ेगा।