देहरादून: आज के वक्त में गर्लफ्रेंड बनाना और उसके नखरे-खर्चे उठाना आसान काम नहीं है। अब देहरादून के रायपुर में ही देख लें।
यहां मर्चेंट नेवी में काम कर चुका एक युवक गर्लफ्रेंड की डिमांड पूरी करने के लिए नशा तस्कर बन गया। आरोपी आदर्श कुमार पुत्र स्वर्गीय अश्विनी कुमार हाथीबड़कला क्षेत्र में रहता है। 31 साल के आदर्श को पुलिस ने एक किलो चरस के साथ गुरुद्वारा के पास से गिर’फ्ता’र किया। बरामद चरस की कीमत 5 लाख रुपये है। पूछताछ में आरो’पी ने बताया कि वो साल 2017 तक मर्चेंट नेवी में काम कर रहा था। चोट लगने की वजह से उसे बाहर कर दिया गया। इसके बाद आरो’पी ने ट्रैवल कंपनी खोल ली। टूरिस्ट गाइड के रूप में काम करने के दौरान उसे नशे की लत लग गई।
आरोपी ने बताया कि इस बीच एक लड़की उसकी जिंदगी में आई, जिसके बाद खर्चे बढ़ने लगे। गर्लफ्रेंड की डिमांड पूरी करने और नशे की लत के लिए आरो’पी ने ड्रग्स बेचना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उसका लालच बढ़ने लगा। 28 मई को आरोपी ने सहारनपुर से 1 किलो चरस खरीदी और उसे बेचने के लिए रायपुर आ गया। आरो’पी ने बताया कि वो चरस लेकर स्कूटी से जा रहा था, तभी पुलिस ने उसे धर दबोचा। पुलिस ने आरो’पी की स्कूटी सीज कर दी है। बता दें कि रायपुर में नशा तस्करों के खिलाफ अभियान चल रहा है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनका डेटा तैयार किया जा रहा है। पूर्व में पुलिस ने सरपंच और उसकी पत्नी को 7.5 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया था। अब एक और आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। फिलहाल पुलिस आरो’पी से पूछताछ कर रही है।