चार धाम यात्रा की तैयारी काफी जोरो-शोरो पर चलती हुई नज़र आ रही है। यात्रा की बुकिंग,अच्छी सड़के, 24 घंटे बिजली, पर्याप्त पानी, यात्रियों के ठहरने की सुविधा से लेकर अन्य सभी सुविधाओ को परिपूर्ण करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चल रहे हर काम पर अपनी पैनी नज़र बनाये हुए है। लगातार मुख्यमंत्री द्वारा यात्रियों को किसी चीज़ की परेशानी या कमी न होने के आदेश दिए जा रहे है। इसके लिए ही चार धाम में चल रही तैयारियों का जायज़ा लेने स्वयं मुख्यमंत्री धामी चार धाम पंहुचे है। सीएम धामी केदारनाथ पहुंचकर पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। साथ ही आगामी 6 मई से शुरू होने वाली केदारनाथ यात्रा को लेकर भी प्रशासन विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री सिद्धपीठ कालीमठ पहुंचकर आराध्य मां काली के दर्शन भी करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि इस बार चार धाम यात्रा एतिहासिक यात्रा होने वाली है। जिसके लिए सरकार हर संभव प्रयास में जुटी है। साथ ही उन्होंने कहा कि बर्फबारी के बाद अब केदारनाथ में विकास कार्य फिर से शुरू होने का समय है और यह सुचारू रूप से हो, इसके लिए मैं वहां जा रहा हूं। हमने यात्रा की तैयारी कर ली है और बुकिंग की संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि यात्रा ऐतिहासिक होगी। वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने केदारनाथ यात्रा को अपनी विशेष प्राथमिकता बताते हुए कहा कि यात्रियों के दबाव को केदारनाथ धाम में कैसे कम किया जाए, इसके लिए संतुलित कार्ययोजना बनाई जाएगी। पत्रकार वार्ता में जिलाधिकारी ने कहा कि केदारनाथ यात्रा के लिए सिरोहबगड़ से नगरासू और रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक हाईवे को चाक-चौबंद किया जाएगा।
दोनों राजमार्ग पर जहां-जहां डेंजर जोन और संभावित जाम स्थल चिह्नित हैं, उन पर विशेष नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा कराया जाएगा। जिले में ऑलवेदर रोड परियोजना, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना सहित अन्य विकास कार्यों को पारदर्शिता के साथ गति दी जाएगी।