हरिद्वार: बच्चों को शिक्षा के साथ स्वास्थ्य से जोड़ने के लिए स्कूलों में मिड डे मील योजना चल रही है, लेकिन जब तब इसे लेकर शिकायतें भी मिलती रहती हैं। कभी मिड-डे मील की गुणवत्ता खराब होती है तो कभी बच्चों के लिए आया अनाज और दूसरी खाद्य सामग्रियां उन तक पहुंचती ही नहीं। इस बार मामला उत्तराखंड के लालढांग का है। जहां एक पूर्व प्रधानाध्यापक पर मिड डे मील बजट से निजी खर्च के लिए 76 हजार रुपये निकालने का आरोप लगा है।
समग्र शिक्षा अभियान के अपर राज्य परियोजना अधिकारी डॉ. मुकुल सती ने लालढांग के एक स्कूल के पूर्व प्रधानाध्यापक के खिलाफ प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना में गबन के आरोप पर मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की है। आरोपी पूर्व प्रधानाध्यापक केशव दत्त शर्मा श्यामपुर स्थित प्राइमरी विद्यालय में तैनात थे।
बीते दिन अपर राज्य परियोजना अधिकारी ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया तो पता चला कि स्कूल के पूर्व प्रधानाध्यापक केशव दत्त शर्मा ने मिड डे मील (एमडीएम) के बजट में से 76 हजार रुपये अपने निजी खर्च के लिए निकाल लिए थे। जिस पर उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को अध्यापक केशव दत्त शर्मा के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही अन्य आवश्यक कार्रवाई करने को निर्देशित किया।
डॉ. मुकुल सती ने कहा कि शासन का सख्त आदेश है कि एमडीएम में गबन या अन्य गड़बड़ी करने वाले के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए, जिसके पालन में अधिकारियों को आदेश दे दिए गए हैं। डॉ. मुकुल सती ने क्षेत्र के अन्य सरकारी स्कूलों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान अन्य स्कूलों में सभी शिक्षक उपस्थित मिले और शिक्षा व्यवस्था से लेकर मिड डे मील की व्यवस्थाएं भी दुरुस्त पाई गईं।