नाबालिग लड़की जब सात महीने की गर्भवती हो गई, तो परिवार को इस बात का पता चला। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने लड़की से पूछताछ शुरू की, तो पता चला कि उसके पेट में पल रहे बच्चे का पिता भी नाबालिग ही है। धीरे-धीरे इसकी खबर पूरे गांव में फैल गई और फिर ग्रामीणों ने मिलकर बड़ा फैसला ले लिया।
शुक्रवार को शेखपुरा जिले के एक गांव का ये मामला दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। प्रेम प्रसंग में पड़ोस के ही किशोर के द्वारा सात माह की गर्भवती हुई किशोरी की कहानी जब गांव वालों को पता चली, तो मामले ने तूल पकड़ लिया। किशोर को गांव से निकालने एवं मारपीट कर पुलिस के हवाले कर देने की भी चर्चा होने लगी।
किशोरी के माता-पिता एवं अन्य स्वजनों ने गांव वालों से किशोरी के भविष्य की चिंता जताई, तो गांव वालों ने अपना फैसला बदल दिया। इसके बाद जबरन दोनों का गांव के ही एक प्रसिद्ध मंदिर में सार्वजनिक रूप से विवाह करा दिया। हालांकि लड़के वाले इस विवाह के पक्ष में नहीं थे। वहीं विवाह देखने आसपास के कई गांव के लोग भी इकट्ठा हो गए।गांव के मुखिया पति से लेकर अन्य कई जनप्रतिनिधि एवं बुद्धिजीवी ने इस विवाह को संपन्न कराकर नवविवाहित किशोरी को किशोर के घर भेज दिया।
लेकिन, ग्रामीणों के द्वारा यह भी सूचना मिल रही है कि दोनों नाबालिग है। लड़की को 9वीं की छात्रा एवं युवक को इंटर का छात्र बताया जा रहा है।ऐसे में नाबालिग का विवाह करा देने की चर्चा भी खूब हो रही है। लोग इस शादी को गैर कानूनी बता रहे हैं।इधर क्षेत्र के जयरामपुर पुलिस ने बताया की उन्हें इस सम्बंध में कोई जानकारी नही है। जबकि ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा है कि पुलिस भी गाँव आयी थी।