हाल ही में नोएडा में एक रिटायर्ड हेल्थ ऑफिसर के साथ साइबर ठगी का एक गंभीर मामला सामने आया है। इस मामले में ठगों ने एक ऑनलाइन रिफंड रिक्वेस्ट के बहाने रिटायर्ड जॉइंट डायरेक्टर शिवचरण शर्मा से 14 लाख 89 हजार रुपये की ठगी की। यह घटना न केवल पीड़ित के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि हमें ऑनलाइन लेन-देन करते समय कितना सतर्क रहना चाहिए।
घटना का विवरण
शिवचरण शर्मा, जो कि उत्तर प्रदेश के हेल्थ डिपार्टमेंट में जॉइंट डायरेक्टर के पद से रिटायर हुए हैं, ने नवंबर में 1200 रुपये में एक डायबिटीज चेक करने की मशीन ऑनलाइन खरीदी थी। मशीन में शुरूआत से ही दिक्कत आने लगी, जिसके बाद उन्होंने इसकी ऑनलाइन शिकायत की। लेकिन जब उनकी सुनवाई नहीं हुई, तो उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी शिकायत पोस्ट की। इस पोस्ट में उन्होंने प्रॉडक्ट डिटेल और अपना मोबाइल नंबर भी डाला। इसके बाद उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को कंपनी का एग्जिक्यूटिव बताकर रिफंड की बात की।
ठगों की चालाकी
कॉल करने वाले ने शिवचरण शर्मा को विश्वास दिलाने के लिए दो दिन तक उनसे बात की। पहले दिन, ठग ने केवल फोन पर बात की, लेकिन दूसरे दिन उसने कहा कि उन्हें 1200 रुपये का रिफंड प्राप्त करने के लिए कुछ प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसके लिए ठग ने उन्हें एक ऐप इंस्टॉल करने के लिए कहा। जब ऐप इंस्टॉल हो गया, तो ठग ने शिवचरण शर्मा को वीडियो कॉल पर ले लिया और कहा कि वह रिफंड को प्रोसेस कर देगा।
वीडियो कॉल पर ठगी
वीडियो कॉल के दौरान ठग ने शिवचरण शर्मा से उनके मोबाइल नंबर और कुछ अन्य बेसिक डिटेल मांगे। इस दौरान वह 45 मिनट तक कॉल पर बने रहे। ठग ने उन्हें कुछ अजीब बातें करने के लिए भी कहा, जैसे कि कुछ मैसेज डिलीट करने के लिए। इस पर जब शिवचरण शर्मा को शक हुआ, तो उन्होंने कॉल को डिस्कनेक्ट किया और अपने बैंक अकाउंट की जांच की। तब उन्हें पता चला कि उनके खाते से 14 लाख 89 हजार रुपये गायब हो चुके थे।
पुलिस में शिकायत
ठगी का पता चलने के बाद शिवचरण शर्मा ने तुरंत अपने परिवार के सदस्यों को जानकारी दी और फिर सेक्टर-39 थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे साइबर थाने में ट्रांसफर कर दिया। साइबर थाना पुलिस ने बताया कि वे सभी अकाउंट की जानकारी जुटा रहे हैं, जिसमें ठगी की गई राशि ट्रांसफर की गई थी, ताकि उन अकाउंट को फ्रीज किया जा सके।