धारचूला से तीन बार विधायक रहे हरीश धामी हाईकमान के फैसले से बेहद नाराज़ है। यही कारण है कि हरीश धामी द्वारा लगातार हाई कमान पर कांग्रेस पार्टी पर तीखे वार किये जा रहे है। उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा उनके साथ उपेक्षा भरा व्यवहार किया है और हाई कमान ने मेरिट पर आधारित ही पदों की नियुक्ति की है लेकिन मेरिट की बात करने वालों ने सभी वरिष्ठों को जूनियर विधायकों से नीचे रख दिया। उनका कहना यह भी था कि पार्टी के द्वारा किया गया ऐसा व्यवहार उन्हें पसंद नहीं आ रहा है जिस पर उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ भाजपा में जाने की भी चेतावनी दे दी थी।
इसके अलावा कई ऐसे बाते हरीश धामी द्वारा कही गयी कि आला कमान ने अब उन्हें काफी गंभीरता से ले लिया है। हरीश धामी जिस प्रकार से सोशल मीडिया पर बयानबाजी कर रहे है उससे तो अब उनपर कांग्रेस की करवाई की तलवार लटकती हुई नज़र आ रही है। इसके अलावा पार्टी हाईकमान के धामी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।