किच्छा। – महामारी के इस समय जहाँ लोग निस्वार्थ भाव से एक दुसरे की मदद कर रहे हैं वहीँ कस्बे में राजनीती का माहौल गर्म है. लॉकडाउन के चलते जहाँ किच्छा के काफी परिवारों को राशन स्वास्थ की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीँ अपने जनक्षेत्र को छोड़कर सभासद नगरपालिका के ईओ के खिलाफ धरने पर बैठ गये.
नगरपालिका ईओ पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए सभासदों ने पालिका परिसर में धरना दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नगरपालिका में होने वाली किसी भी गतिविधि से सभासदों को अनभिज्ञ रखा जाता है। इसके कारण वह कोरोना काल में जनता को सही जानकारी दे पा रहे है। नारेबाजी से माहौल में जब नगरपालिका कर्मचारी कार्य करने में असमर्थ हो गये तब एसडीएम् को बुलवाया गया तथा एसडीएम ने धरना स्थल पर पहुंच कर सभासदों का धरना समाप्त कराया।
क्या था मामला
मंगलवार को नगर पालिका के कुछ सभासद अपनी समस्या लेकर अधिशासी अधिकारी संजीव मेहरोत्रा के पास पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि उस समय अधिशासी अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में व्यस्त थे। काफी देर तक ईओ का समय नहीं मिलने पर सभासद बिफर गये। उन्होंने नगरपालिका परिसर में धरना देकर ईओ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
सूचना मिलते ही एसडीएम नरेश दुर्गापाल ने मौके पर पहुंच गये। सभासदों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर आरोप लगाया कि ईओ का सभासदों के साथ रवैया ठीक नहीं है। पिछले एक साल से बोर्ड बैठक नही कराई गई है। उन्होंने ईओ के स्थानांतरण की मांग की। एसडीएम नरेश दुर्गापाल के द्वारा समस्या का निस्तारण करने का भरोसा दिलाया जाने के बाद सभासदों ने अपना धरना समाप्त कर दिया गया।
नगर पालिका के ईओ संजीव मेहरोत्रा ने बताया कि जब सभासद उनसे मिलने आये थे जब अपर सचिव के साथ उनकी महत्वपूर्ण विषय वीसी चल रही थी। ऐसी स्थिती में सभासदों से मिलना संभव नहीं था। जबकि बोर्ड बैठक पालिकाध्यक्ष के निर्णय के बाद बुलाई जाती है। उनके ऊपर लग रहे आरोप गलत है।