इस फायर सीजन में जंगलो में लगी आग के किस्से लगातार सुनने को मिल रहे है। 12 घंटो के भीतर उत्तराखंड के 8 स्थानों पर जंगलो में भीषण आग के मामले सामने आ चुके है। गढ़वाल में सात जंगल और कुमाऊं में एक जंगल में आग लगी है जिसमे अब तक पौने पांच हेक्टेयर वन संपदा को नुकसान पहुंच चुका है और 6 लाख रुपये से अधिक की आर्थिक क्षति का आकलन किया गया।
मुख्य वन संरक्षक, वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा ने बताया कि कुल आठ घटनाओं में 4.75 हेक्टर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि इस फायर सीजन में वनाग्नि की अब तक 167 घटनाएं हो चुकी हैं। जबकि 214 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि जंगलों को आग से बचाए रखने में ग्रामीणों और राहगीरों की भूमिका अहम हैं। इस दौरान यदि किसी को भी जंगल में कहीं आग लगी दिखाई देती है, तो संबंधित रेंज कार्यालय, डीएफओ कार्यालय या आपदा कंट्रोल रूम को तत्काल इसकी सूचना दें। ताकि वक्त रहते जंगल की आग पर काबू पाया जा सके और भारी नुकसान होने से बचा सके।