देहरादून – सोशल मीडिया पर अपनी गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज सोशल मीडिया पर इशारों ही इशारों में दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल पर चुटकी ली. उन्होंने कहा की उनके उत्तराखंडी सहयोगी दस हज़ार से अधिक लड़कों को आर्मी ट्रेनिंग देने की बात कहतें हैं, ज़रा पिछले पांच वर्षों का आंकड़ा तो देख लीजिये नेताजी.
जैसा की ज्ञात है की कल 17 अगस्त को अरविन्द केजरीवाल का देहरादून दौरा था, जहाँ उन्होंने दो ऐलान किये, पहला कर्नल अजय कोठियाल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है तथा दूसरा उत्तराखंड को हिन्दुओं की विश्व की सबसे बड़ी सांस्कृतिक नगरी बनाने की घोषणा. इस पर हरीश रावत कहाँ चूकने वाले थे उन्होंने इशारों इशारों में बात करते हुए कह डाला की पिछले सात वर्षों से दिल्ली में आपकी सरकार है और आप कहतें है की 10,000 से अधिक लड़कों को ट्रेनिंग दी तो आप बताइये की इन सात वर्षों में आपने कितनी नौकरियां बांटी.
आइये पढ़ते है हरीश रावत की पोस्ट
#दिल्ली से आये एक मेहमान नेता ने दावा किया कि उनके #उत्तराखंडी सहयोगी ने 10,000 से ज्यादा लड़कों को आर्मी ट्रेनिंग दी है और उन्हें भर्ती किया है। जरा पिछले 5 साल में आर्मी में भर्ती के आंकड़े देख लीजिये तो नेताजी के दावे की हकीकत सामने आ जायेगी। जहां लड़के-लड़कियों को प्रशिक्षण देने का सवाल है, हमारी सरकार ने 2016 में आर्मी के सेवानिवृत्त जेसीओज को कॉलेजों में जाकर ये प्रशिक्षण देने की योजना प्रारंभ की थी, जिसे वर्तमान सरकार ने बंद कर दिया। फिर मेरे बेटे Anand Rawat भी लड़के-लड़कियों को इस प्रकार का प्रशिक्षण देते रहते हैं, जिसकी कुछ फोटोज मैं प्रस्तुत कर रहा हूंँ, मगर आनंद तो विधायक के भी उम्मीदवार नहीं हैं। नेताजी से कोई सवाल यह तो करें कि दिल्ली में पिछले साढे़ 7 साल में उनकी सरकार ने कितनी नौकरियां दी हैं? और दिल्ली में 3 वर्ष तो पूरी तरीके से नौकरी विहीन रहे मतलब सरकारी नौकरियों में कहीं भी भर्ती नहीं हुई और अब भी एक संख्या ऐसी है जिनको मानदेय देकर के नौकरी की केवल पूर्ति की जा रही है तो कथनी और करनी का अंतर समझने के लिए ये काफी है।
#uttarakhand