
नयी दिल्ली- इस समय दुनियाभर में तेल को लेकर काफी उठापटक जारी है जहाँ एक समय तक कट्टर दोस्त रहे सऊदी अरब और अमेरिका भी दुश्मनी की कगार पर पहुँच गये हैं वहीँ ओपेक (पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन) ने अचानक से उत्पादन में कमी कर दी है जिससे भारत जैसे आयातक देश पर असर पड़ने की सम्भावना जताई जा रही है.
वहीँ इस मामले को लेकर भारत की तरफ से बड़ा बयान आया है केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा पुख्ता करने और इसे किफ़ायती बनाने के लिए कच्चे तेल के आयात में विविधता लाएगा.
केंद्रीय मंत्री का यह बयान पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और इसके सहयोगियों द्वारा अचानक उत्पादन में कटौती करने के बाद आया है.
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने जीईओ इंडिया 2022 कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह उनका (ओपेक) का संप्रभु अधिकार है कि वो क्या करना चाहते हैं लेकिन ठीक उसी तरह मेरा काम उन चुनौतियों को सामने लाना जिनके परिणाम हमारे अनुकूल या विपरीत हो सकते हैं. भारत ऐसी स्थिति से पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकता है.”
उन्होंने कहा, “हम किसी तरह की कमी नहीं आने देंगे. सरकार ऊर्जा सुरक्षा पुख्ता करने और इसे किफायती बनाए रखने के लिए सब कुछ करेगी.”
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उत्पादन में कमी की वजह से भारत जैसे बड़े आयातकों पर बुरा असर पड़ेगा. भारत ने बीते साल पेट्रोलियम उत्पादों के आयात में 120 अरब डॉलर खर्च किए थे.