Uttarakhand: हाल ही में उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है, जिसके चलते दर्शन के लिए भारी भीड़ जमा हो रही है। इसी के चलते उत्तराखंड सरकार ने बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री परिसर में दर्शन के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए किसी भी दुर्घटना में आकस्मिक मृत्यु होने पर मानव उत्थान सेवा समिति के सहयोग से मंदिर समिति बीमा की सुविधा उपलब्ध कराई है। इस सुविधा के अनुसार चार धाम यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थ यात्रियों की अकाल मृत्यु हो जाने पर पहली बार एक लाख का बीमा उपलब्ध कराया है। साथ ही यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के माध्यम से बीमा राशि का भुगतान भी किया जाएगा।
बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री पहुंच रहे सभी तीर्थयात्रियों कि मंदिर परिसर में आकस्मिक मृत्यु होने पर मानव उत्थान सेवा समिति के सहयोग से मंदिर समिति बीमा की सुविधा जारी की है। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय मानव उत्थान सेवा समिति के संस्थापक एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को आभार व्यक्त किया है। बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी जाहिर किया कि पर्यटन मंत्री के प्रयास से तीर्थ यात्रियों को बीमा कवर की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से बीमा का प्रीमियम यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी को दिया गया है।
- साथ ही बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गोड़ ने बताया कि मंदिर समिति मुख्य कार्य अधिकारी बीडी सिंह को पत्र लिखकर सूचित किया है कि मंदिर परिसर क्षेत्र में किसी भी दुर्घटना होने पर यह बीमा कवर दिया जाएगा। इसके साथ पत्र में बीमा राशि के भुगतान के संबंध में बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति सूचित करने को भी कहा गया है, जिसका भुगतान मंदिर समिति के माध्यम से यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड द्वारा दिया जाएगा। बात करें वर्ष 2013 की आपदा के बाद पुनर्निमाण से केदारपुरी भव्य रूप ले रही है, जिसके कारण मास्टर प्लान के तहत केदारनाथ मंदिर परिसर को विशाल और भव्य बनाया गया है। लेकिन हाल ही में बाबा केदार के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु कई बार जूते-चप्पल पहनकर मंदिरों के पास पहुंच जाते हैं। मंदिर के मुख्य द्वार पर नंदी की मूर्ति स्थापित होने के बावजूद भी कई श्रद्धालु जूते-चप्पल पहन कर ही यहां तक चले जाते हैं।