उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक बेहद ही दुखद और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसमें 19 साल की एक लड़की के साथ गैंगरेप किया गया। यह घटना उस समय हुई जब पीड़िता को उसके घर से उठाकर जंगल में ले जाया गया और वहां उसे दो दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना न केवल पीड़िता के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है, जो महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर सवाल उठाता है।
घटना का विवरण
शनिवार को पीड़िता के माता-पिता ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी एक दिन पहले लापता हो गई है। पुलिस ने तुरंत गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की और लड़की की तलाश शुरू की। मंगलवार को पुलिस ने पीड़िता को बरामद कर लिया। जब उससे पूछताछ की गई, तो उसने अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पीड़िता को उसके घर से उठाया और उसे एक अज्ञात स्थान पर ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया। पीड़िता ने आरोपियों के नाम भी बताए, जिनमें नीरज यादव, उमेश यादव, श्याम सुंदर यादव, विमलेश पासवान और बिंदु गुप्ता शामिल हैं।
पुलिस की कार्रवाई
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 351(2) (आपराधिक धमकी), 333 (हमले की तैयारी के बाद घर में जबरन घुसना) और 70(1) (सामूहिक बलात्कार) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
पीड़िता के परिवार का बयान
पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि वारदात की रात दो युवक उनके घर में घुस आए थे और उनकी बेटी को खींचकर ले गए। घर के बाहर तीन अन्य युवक मौजूद थे, जिन्होंने मिलकर पीड़िता को जंगल में ले जाने में मदद की। वहां उसे दो दिनों तक बंधक बनाए रखा गया और इस दौरान उसके साथ दरिंदगी की गई।
मेडिकल जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि उसकी स्थिति का सही आकलन किया जा सके। इसके साथ ही, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत जुटाने के लिए जांच तेज कर दी है।