गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जिसमें गिरोह के दो सदस्यों को बिहार से गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह सरिया सप्लाई के नाम पर लोगों को ठगने के लिए फर्जी वेबसाइट का सहारा ले रहा था। इस गिरोह के तार कोलकाता से लेकर बिहार तक फैले हुए हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने सितंबर में गाजियाबाद के एक व्यापारी से लगभग 15 लाख रुपये की ठगी की थी।
ठगी का तरीका
गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले सुभाष त्यागी को उत्तराखंड में एक निर्माणाधीन साइट के लिए सरिये की आवश्यकता थी। उन्होंने ऑनलाइन जिंदल सरिया का नंबर निकाला और उनसे संपर्क किया। ठगों ने उन्हें सरिया भेजने का आश्वासन देकर अग्रिम भुगतान लिया, लेकिन सरिया की डिलीवरी नहीं की। ठगों ने सुभाष को जिंदल स्टील के नाम से एक फर्जी बिल भी भेजा, जिससे उन्होंने विश्वास जीतने की कोशिश की।
पुलिस की कार्रवाई
साइबर क्राइम थाना पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की और गिरोह के सदस्यों की पहचान की। 12 नवंबर को बिहार के नालंदा से छोटेलाल और राजेश रंजन को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह में कुल 6 सदस्य हैं, जिनमें से एक सदस्य को पहले ही कोलकाता से गिरफ्तार किया जा चुका था।
गिरोह के सरगना का खुलासा
गिरोह का सरगना छोटेलाल है, जो बीए पास है। उसने सरिया सप्लायर के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई थी। पुलिस ने बताया कि ये लोग फर्जी पते पर लिए गए सिम से फोन करके फर्जी पते पर खोले गए बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर कराते थे। इसके बाद नालंदा, नवादा और पटना के एटीएम से पैसे निकाल लेते थे।
पुलिस को मिली सफलता
पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की, जिसमें उन्हें 29 एटीएम कार्ड भी बरामद हुए। छोटेलाल ने नवादा में एक मॉल भी खोला था, जो कि फर्जीवाड़े के पैसे से स्थापित किया गया था। पुलिस को इनसे पूछताछ में कई महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।
केस की जानकारी
गाजियाबाद में फर्जी वेबसाइट बनाकर 14 लाख 90 हजार रुपये की ठगी का मामला सुभाष त्यागी ने 25 सितंबर को दर्ज कराया था। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड का फर्जी बिल देकर ठगा गया। इस मामले में साइबर थाना पुलिस ने छोटू उर्फ छोटेलाल और राकेश रंजन उर्फ अजय को गिरफ्तार किया।
गिरोह का नेटवर्क
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह ने इंटरनेट पर एक फर्जी वेबसाइट बनाई थी, जिस पर सरिया की जानकारी उपलब्ध थी। पीड़ित ने वेबसाइट पर दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल किया, जिसके बाद ठगों ने उन्हें जिंदल स्टील का फर्जी बिल भेजकर ठगा।
मॉल का खुलासा
छोटेलाल ने बिहार में अपने गांव में एक मॉल खोला था, जिसे फर्जीवाड़े के पैसे से स्थापित किया गया था। इस मॉल के बारे में जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
ठगी का बड़ा मामला
यह मामला गाजियाबाद में ठगी के एक बड़े नेटवर्क का संकेत देता है, जिसमें बिहार से लेकर कोलकाता तक के लोग शामिल हैं। पुलिस का मानना है कि गिरोह के अन्य सदस्यों की भी पहचान की जाएगी और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।