पिछले कुछ दिनों से सियासी गर्मी के उबलते रुद्रपुर में वही हुआ जिसका डर था. आपको बताते चलें राजकुमार ठुकराल के टिकट कटने के बाद से शिव अरोड़ा और राजकुमार ठुकराल एक दुसरे के खिलाफ बयानबाज़ी जोरो पर है. जहाँ ठुकराल ने शिव अरोड़ा को बाहुबली फिल्म का भाल्लाल्देव बताया वहीँ भाजपा को आज भी अपनी माँ कहतें है लेकिन कल रात ही भाजपा ने 6 वर्षों के लिए ठुकराल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
भाजपा की तमाम मशीनरी जिलाध्यक्ष तथा भाजपा प्रत्याक्षी शिव अरोड़ा के साथ लगी हुई है ऐसे टिकट कटना और अपनों का एक झटके में गैर हो जाना ज़ाहिर सि बात है की काफी दुखदायी होता होगा. वहीँ अगर आज की बात की जाए तो चुनाव प्रचार के दौरान दोनों के ही समर्थक आमने सामने आ गये और दोनों ज़ोरदार नारेबाजी से शुरू हुआ मामला पहले गाली गलौच पर पहुंचा फिर मारपीट पर जाकर खत्म हुआ.
भाजपा नेताओं ने ठुकराल समर्थकों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने और लॉकेट चटर्जी के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए हमलावरों की गिरफ़्तारी का अल्टीमेटम दिया है. जानकारी के मुताबिक ग्राम सुंदरपुर में आज भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा के समर्थन में भाजपा प्रदेश सह प्रभारी एवं सांसद लाॅकेट चटर्जी की चुनावी सभा प्रस्तावित थी। नुक्कड सभा के बाद यह बवाल हो गया। बताया गया है कि लाॅकेट चटर्जी जब सुंदरपुर पहुंची थी इसी बीच वहां विधायक ठुकराल के कुछ समर्थकों ने सीटी बजाना शुरू कर दिया। जिसे लेकर नोंक झोंक शुरू हो गयी। आरोप है कि ठुकराल समर्थकों ने भाजपा के एक कार्यकर्ता सुब्रत बछाड़ के साथ मारपीट भी की।
जिससे मामला तूल पकड़ गया। जानकारी मिलते ही भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा और तमाम समर्थक मौके पर पहुंच गये उन्होंने विधायक ठुकराल के समर्थकों पर गुण्डागर्दी का आरोप लगाते हुए सुंदरपुर स्थित मंदिर के बाहर धरना शुरू कर दिया। भाजपा नेताओं के साथ सांसद लाॅकेट चटर्जी भी धरने पर बैठ गयी। शिव अरोरा का कहना था कि ठुकराल समर्थकों ने लाॅकेट चटर्जी के सामने हुटिंग की और गाड़ी पर हमला किया और कार्यकर्ता के साथ मारपीट की। उन्होंने हमलावरों की गिरफ्रतारी के लिए पुलिस को चैबीस घंटे का अल्टीमेटम दिया। कुछ ही देर में भारी संख्या में वहां भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया।
सूचना मिलने पर एसपी सिटी ममता बोहरा, सीओ पंतनगर अमित कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस अधिकारियों ने शिव अरोरा को समझा बुझाकर शांत करने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। तनाव बढ़ने पर आस पास के थानों की भी पुलिस बुला ली गयी।