नई दिल्ली: एक दरिंदा… जो छिपा था वर्दी के पीछे। उसने कसम तो खाई थी रक्षक बनने की, लेकिन भक्षक बनकर छीन ली चार महिलाओं की जिंदगी। वह एक ऐसी दोहरी जिंदगी जी रहा था, जिसमें वह दिन में वर्दीवाला होता था और रात में कातिल। वह कत्ल करता और हर बार बच निकलता। लेकिन, एक महिला उसके चंगुल से बच निकली और इसके बाद उसकी हैवानियत का पर्दाफाश हो गया। आखिर क्या थी इस सीरियल किलर की पूरी कहानी, आइए जानते हैं।
सीरियल किलर की पहचान
ये कहानी है टेक्सास में बॉर्डर पेट्रोल एजेंट के तौर पर तैनात किए गए जॉन डेविड ओर्टिज की, जिसने चार महिला यौनकर्मियों की हत्या की। मेल्सा रैमिरेज, क्लॉडाइन एन लुएरा, गिसेल्दा कैंटू और जेनेल ओर्टिज… ये उन चार महिलाओं के नाम हैं, जो उसके खौफनाक जुर्म का शिकार बनीं। ओर्टिज की हैवानियत का सिलसिला तब जाकर थमा जब एक पीड़िता उसके चंगुल से बच निकली।
सही निकली मौत की भविष्यवाणी
रोंगटे खड़े कर देने वाली इस कहानी की शुरुआत होती है 3 सितंबर 2018 से, जब एक सुनसान सड़क पर 29 साल की मेल्सा रैमिरेज की लाश मिली। मेल्सा नशे की आदी थी और सेक्स वर्कर के तौर पर काम करती थी। अपनी मौत से हफ्ते भर पहले ही उसने परिवार से कहा था कि उसे डर लगता है कि कोई उसकी जान ले लेगा। हालांकि, उसने किसी का नाम नहीं बताया लेकिन इतना जरूर कहा था कि उसे गोली मार दी जाएगी और उसकी भविष्यवाणी सही साबित हुई।
मेल्सा के सिर में दो गोलियां मारी गईं थीं। उस इलाके में सेक्स वर्कर्स को निशाना बनाकर की गई हत्याओं में ये पहली घटना थी। पुलिस को मेल्सा की लाश के पास 40 कैलिबर के ऐसे खाली कारतूस मिले, जो फेडरल ब्रांड के थे। ये वो कंपनी है, जो पुलिस और दूसरे सुरक्षाबलों को हथियारों की सप्लाई करती है। इस सुराग ने पुलिस के लिए केस को और ज्यादा पेचीदा बना दिया।
दूसरी लाश और फिर वही खाली कारतूस
पुलिस ने केस की तफ्तीश शुरू की तो पता चला कि मेल्सा एक दूसरी सेक्स वर्कर क्लॉडाइन एन लुएरा से मिलती-जुलती थी। अब पुलिस को उम्मीद जगी कि शायद उन्हें कातिल का सुराग लुएरा से मिल सकता है। लेकिन, ऐसा नहीं था। पुलिस लुएरा को तलाश ही रही थी कि ठीक 10 दिन बाद 13 सितंबर को उसका भी कत्ल हो गया। लुएरा की लाश मेल्सा की तरह सड़क के किनारे मिली और उसे भी सिर में ही गोलियां मारी गईं थीं।
लुएरा को ड्रग्स की लत थी और इसी लत को पूरा करने के लिए वो सेक्स वर्कर बनी थी। मेल्सा की तरह, पुलिस को लुएरा की लाश के पास भी उसी फेडरल ब्रांड के खाली कारतूस मिले। दोनों मामलों को देखकर पुलिस को अंदाजा हो गया कि ये काम एक ही आदमी का है और कातिल उनके बीच का ही कोई वर्दीवाला है। पुलिस इस सीरियल किलर की तलाश में जुटी ही थी कि दो दिन बाद उन्हें कातिल का सुराग मिल गया।
अर्धनग्न हालत में भागती हुई आई एक महिला
वो 15 सितंबर का दिन था, जब पुलिस विभाग का एक अधिकारी पेट्रोल पंप पर अपनी गाड़ी में तेल भरवा रहा था और बदहवास हालत में एक अर्धनग्न महिला उसके पास पहुंची। उसने घबराते हुए बताया कि पार्किंग में एक आदमी ने उसके ऊपर हमला किया है। इस महिला का नाम था एरिका पेना और वो भी यौनकर्मी के तौर पर काम करती थी। पुलिस अधिकारी ने तुरंत उसे अपनी गाड़ी में बिठाया और सुरक्षा का भरोसा दिया।
एरिका ने आगे बताया कि उसके पास डेविड नाम का आदमी रेगुलर कस्टमर के तौर पर आता है। वह उसके साथ गाड़ी में थी और जब बातों-बातों में उसने डेविड से उन दो महिलाओं के कत्ल का जिक्र किया, तो अचानक उसके तेवर बदल गए। डेविड ने तुरंत अपनी पिस्तौल निकाली और उसके सिर पर तान दी।