बहुत ही दुखद घटना हरिद्वार से आई है जिसने सभी को असमंजस और दुःख के सागर में डूबा दिया है। आठ साल के बच्चे के लिए स्विमिंग पूल ही बन गया मौत का पूल। जानकारी के मुताबिक हरिद्वार में रहने वाला आठ साल का मासूम रुद्राक्ष न जाने कैसे स्विमिंग पूल में मृत पाया गया। इस घटना से सभी के ज़हन में यह सवालात ज़रूर आ रहे होंगे कि आखिर बच्चा अकेले स्विमिंग पूल क्यों गया?, रुद्राक्ष को किसी ने स्विमिंग पूल में जाने से रोका क्यों नहीं?, यदि वह डूब रहा था तो उसे किसी ने बचाया क्यों नहीं?, सुरक्षा को लेकर कोई इंतज़ाम क्यों नही थे? ऐसे तमाम रुद्राक्ष की मौत पर उसके परिजनों द्वारा लगातार उठाये जा रहे है। आपको अवगत करा दें कि ज्वालापुर के जूर्स कंट्री निवासी डाक्टर अभिषेक का आठ साल का बेटा रुद्राक्ष कालोनी में ही रोजाना जिमनास्टिक सीखने जाता था। एक टीचर कालोनी के बच्चों को जिमनास्टिक सिखाने आती थी। गुरुवार शाम रुद्राक्ष घर से जिमनास्टिक सीखने निकला था। कुछ देर बाद वह रुद्राक्ष स्विमिंग पूल में डूबा हुआ पाया गया जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई।
रुद्राक्ष को तुरंत भूमानंद अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मासूम की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर ज्वालापुर कोतवाली की पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। उन्होंने टीचर पर भी नाराजगी जताई। साथ ही हैरानी जताई कि उन्होंने स्वीमिंग पूल में बेटे की एंट्री नहीं कराई हुई थी, फिर वह कैसे अंदर चला गया। वहीं, टीचर का कहना है कि उन्हें पता नहीं चला कि रुद्राक्ष कब स्वीमिंग पूल में नहाने चला गया। ज्वालापुर कोतवाल महेश जोशी ने बताया कि किशोर का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बच्चा स्वीमिंग पूल तक कैसे पहुंचा, वहां सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं थे, पूरे मामले की जांच जारी है।