उत्तराखंड शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत छात्रों के लिए शिक्षा में बदलाव लाने का हर संभव प्रयास कर रहे है। सरकारी व निजी स्कूलों में भी शिक्षा के ढंग को और विकसित करने के लिए भी लगातार कार्य करते नज़र आ रहे है। और हाल ही में मंत्री धन सिंह रावत ने प्राइवेट स्कूलों के स्वामी व प्रबंधकों के साथ बैठक लेते हुए तीन कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी निजी स्कूलों के प्रबंधको से कहा है कि अब से सभी निजी स्कूलों को 25% गरीब बच्चों को आरटीआई के दायरे में हर हाल में एडमिशन देना होगा। यह एक बहुत बड़ा फैसला मंत्री जी के द्वारा लिया गया है जिससे उन गरीब बच्चो को बहुत लाभ मिलेगा जो शिक्षा के अधिकार से वंचित थे। उसके बाद उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि स्कूल की निर्धारित फीस ही ली जाएगी। अर्थात अब छात्रों से केवल उतनी ही फीस ली जाएगी जितनी तय की गई है। इसके अलावा अगर बच्चो के माता-पिता से इसके अतिरिक्त कोई अन्य फीस की मांग की गई तो स्कूलों पर कार्रवाई हो सकती है।
तीसरा निर्देश मंत्री धन सिंह रावत द्वारा दिया गया कि इसके अलावा प्रत्येक निजी स्कूल को पास का ही एक गांव को देना होगा और एक सरकारी स्कूल भी गोद लेना होगा, जिससे कि शिक्षा के स्तर में गुणाआत्मक सुधार हो।