चार वर्ष के कठिन प्रशिक्षण के बाद बीते शनिवार को पुणे से पास आउट हुए अनिरूद्ध, पासिंग आउट परेड में गौरवान्वित दिखें अनिरूद्ध के परिजन. यह सर्वविदित तथ्य है कि अपेक्षाकृत कम जनसंख्या घनत्व के बावजूद देश की सेनाओं में वीरभूमि उत्तराखंड के अपेक्षाकृत सर्वाधिक वाशिंदे तैनात हैं। बात चाहे ओपन भर्ती के जरिए चयनित होने वाले सैनिकों की हों या फिर एनडीए, सीडीएस जैसी सैन्य क्षेत्रों के लिए आयोजित होने वाली उच्च प्रतियोगी परीक्षाओं की राज्य के वाशिंदों ने हर क्षेत्र में सफलता अर्जित कर उत्तराखण्ड का मान बढ़ाया है।
इसी कड़ी में आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही होनहार बेटे से रूबरू कराने जा रहे हैं जो भारतीय सेना में डाक्टर बन गए हैं। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार क्षेत्र के रहने वाले अनिरूद्ध जोशी की, जो बीते शनिवार को आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज पुणे से पास आउट होकर भारतीय सेना का हिस्सा बन गए है। अनिरूद्ध की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता भी लगा हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार क्षेत्र के रहने वाले अनिरूद्ध जोशी ने सेना में डाक्टर बनकर अपने सपनों को साकार किया है। बता दें कि अपनी प्रारम्भिक शिक्षा सेंट जोसेफ कान्वेंट स्कूल कोटद्वार से प्राप्त करने वाले अनिरूद्ध ने न्यू दिल्ली पब्लिक स्कूल उत्तमनगर, नई दिल्ली से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। तदोपरांत वर्ष 2018 में उनका चयन आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज पुणे के साथ ही इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च संस्थान भुवनेश्वर में भी हुआ। परंतु बचपन से सेना में जाकर देशसेवा करने का सपना देखने वाले अनिरूद्ध ने मेडिकल कॉलेज की राह चुनी। चार वर्ष तक एमबीबीएस की कठिन पढ़ाई एवं प्रशिक्षण के बाद बीते शनिवार को वह पुणे कालेज से पास आउट हुए। इस दौरान पासिंग आउट परेड में मौजूद उनके परिजनों का चेहरा खुशी से देखने लायक था। बताते चलें कि अपनी इस अभूतपूर्व उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरूजनों को देने वाले अनिरूद्ध के पिता सोबेन्द्र जोशी, राजकीय इंटर कॉलेज सौली जयहरीखाल में प्रवक्ता के पद पर तैनात हैं।