
अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को चार दिन बीत चुके हैं। इस दर्दनाक त्रासदी में अब तक 87 शवों की पहचान डीएनए परीक्षण के जरिए हो चुकी है। हादसे में जान गंवाने वालों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं। उनका शव रविवार को डीएनए से पुष्टि होने के बाद सोमवार को उनके परिजनों को सौंपा गया।
धू-धू कर जले शव, डीएनए से हो रही पहचान
12 जून को हुए हादसे में विमान के कई हिस्सों में आग लग गई थी, जिससे कई यात्री इतनी बुरी तरह झुलस गए कि उनकी पहचान संभव नहीं हो सकी। इस वजह से डीएनए जांच ही एकमात्र सहारा बनी है। अब तक 87 शवों की डीएनए से पुष्टि हो चुकी है।
गुजरात के अलग-अलग जिलों के थे मृतक
अतिरिक्त सिविल अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने बताया कि इनमें से 47 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। ये मृतक भरूच, आनंद, जूनागढ़, भावनगर, वडोदरा, खेड़ा, मेहसाणा, अरवल्ली और अहमदाबाद जैसे जिलों से थे। फिलहाल 9 परिवार अब भी अपने प्रियजनों के अवशेषों का इंतजार कर रहे हैं और 8 अन्य जल्द अस्पताल पहुंचने वाले हैं।
लंदन जाने वाला विमान मेडिकल कॉलेज पर गिरा
यह हादसा गुरुवार दोपहर हुआ, जब एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए रवाना हुआ था। उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद तकनीकी खराबी के चलते विमान एक मेडिकल कॉलेज परिसर पर जा गिरा। इस दुर्घटना में 274 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 241 यात्री विमान में सवार थे। एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बच गया।
छात्र भी बने हादसे के शिकार
हादसे में कॉलेज के कई एमबीबीएस छात्र और स्टाफ भी मारे गए। इस त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर दिया है। घटना की उच्च स्तरीय जांच जारी है और मृतकों की पहचान का कार्य तेजी से किया जा रहा है।