आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में एक पिता ने अपनी 14 वर्षीय दिव्यांग बेटी को जहर देकर खुद भी आत्महत्या कर ली। यह घटना थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के कटरा वजीर खां में हुई। इस मामले ने सभी को हिलाकर रख दिया है और इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।
घटना का विवरण
गुरुवार रात को चंद्र प्रकाश (50) ने अपनी दिव्यांग बेटी को जहर दिया। इसके बाद उन्होंने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह जब चंद्र प्रकाश के बड़े भाई इंद्रजीत ने उन्हें देखने के लिए नीचे की मंजिल पर पहुंचे, तो उन्होंने भतीजी को सोता पाया और चंद्र प्रकाश का शव फंदे पर लटका हुआ देखा।
इंद्रजीत की प्रतिक्रिया
इंद्रजीत ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि वह रोज सुबह चाय पीने के लिए अपने छोटे भाई के घर आते थे। लेकिन उस दिन जब उन्होंने देखा कि चंद्र प्रकाश का शव लटका हुआ है, तो उनकी चीख-पुकार सुनकर आस-पड़ोस के लोग भी वहां आ गए। सभी ने मिलकर शव को नीचे उतारा।
दिव्यांग बेटी की स्थिति
जब इंद्रजीत ने अपनी भतीजी को आवाज दी, तो वह नहीं उठी। उन्होंने देखा कि उसकी मुंह से झाग निकल रहा था, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि उसे जहर दिया गया था। चंद्र प्रकाश की बेटी जन्म से दिव्यांग थी और उसकी देखभाल करना एक चुनौती थी।
चंद्र प्रकाश का व्यक्तिगत जीवन
चंद्र प्रकाश की पहली पत्नी रेखा की तीन साल पहले हृदयाघात से मौत हो गई थी। इसके बाद से वह अपनी बेटी की अकेले देखभाल कर रहे थे। एक साल पहले, चंद्र प्रकाश ने दिल्ली निवासी सुनीता से दूसरा विवाह किया था, लेकिन दोनों के बीच अनबन रहती थी। सुनीता तीन दिन पहले ही घर छोड़कर चली गई थी।
मानसिक तनाव का प्रभाव
चंद्र प्रकाश के जीवन में कई समस्याएं थीं। पत्नी की मौत के बाद से वह अकेले अपनी दिव्यांग बेटी की देखभाल कर रहे थे, जो एक मानसिक बोझ था। इसके अलावा, दूसरी पत्नी के साथ अनबन ने उनकी मानसिक स्थिति को और खराब कर दिया था। ऐसे में उन्होंने यह खौफनाक कदम उठाया।
पुलिस की जांच
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में ऐसा लग रहा है कि चंद्र प्रकाश ने पहले अपनी बेटी को जहर दिया और फिर खुद आत्महत्या कर ली।