उत्तराखंड के चारों धामों में बर्फबारी और बारिश हो रही है। खराब मौसम के बावजूद इन धामों में भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। बारिश और बर्फबारी भी इन भक्तों की आस्था को नहीं डिगा पा रही है। बाबा केदार का धाम इस दिनों बर्फ से ढका हुआ है और इस अदभुत नजारे को देख कर लोग अभिभूत हो रहे हैं। केदारनाथ धाम में आज सुबह से ही मौसम खराब बना हुआ है। धाम में लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। इसके बावजूद श्रद्धालुओं की लंबी लाइन दर्शन के लिए लगी हुई है। बाबा के दर्शन के लिए बर्फबारी भी अड़चन नहीं बन पा रही है। वहीं खराब मौसम को देखते हुए उत्तराखंड में येलो अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड के 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में तेज बारिश और बर्फबारी की संभावना है। राजधानी देहरादून में सुबह से तेज बारिश हो रही है।वही ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है। यमुनोत्री सहित यमुना घाटी में लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है जबकि मैदानी इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि के आसार हैं।
टोकन व्यवस्था से हो रहे दर्शन
सोनप्रयाग से आज सुबह 1,520 श्रद्धालुओं को केदारनाथ के लिए रवाना किया गया, जबकि धाम में पहले से ही मौजूद श्रद्धालुओं को टोकन व्यवस्था के जरिए दर्शन कराए जा रहे हैं। ताकि सभी भक्तों को अच्छी तरह से केदार बाबा के दर्शन हो सके। वहीं गुप्तकाशी में घना कोहरा कोहरा होने के चलते पूरी केदारघाटी का नजारा ही अलौकिक नजर आ रहा है। बारिश और बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में भगवान शिव के निवास स्थल कैलाश की तरह ही नजारा दिख रहा है और वहां पहुंच रहे श्रद्धालु इस अलौकिक नजारे को देखकर अभिभूत हो रहे हैं।
दिव्य शीला के दर्शन के लिए भीड़
केदारनाथ में रात की 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक भक्तों की बुकिंग की पूजा हो रही है। कपाट खुलने के बाद भीड़ के चलते सिर्फ षोडशोपचार अभिषेक पूजा हो रही है। सुबह पांच बजे से अपराहन तीन बजे तक धर्म दर्शन कराए जा रहे हैं। शाम पांच बजे से सांयकालीन आरती तक श्रृंगार दर्शन श्रद्धालुओं को कराए जा रहे हैं। वहीं केदारनाथ मंदिर के पीछे दिव्य शिला के दर्शन करने के लिए भी लोगों की भीड़ लग रही है।
लगभग रोज हो रही बर्फबारी
यह वही शिला है जिसने आपदा के समय मंदाकिनी मंदाकिनी नदी के सैलाब से मंदिर की रक्षा की थी। लगभग 6 फीट ऊंची और 10 फीट से अधिक लंबी यह दिव्य शिला भक्तों के आस्था का केंद्र बनी हुई है। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से ही दोपहर बाद लगभग रोजाना ही बर्फबारी हो रही है। इसकी वजह से यात्रियों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। वहीं पुलिस और प्रशासन को भी यात्रियों के लिए व्यवस्थाएं करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। लगातार हो रही बर्फबारी से टेंट क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और पैदल मार्ग पर लिंचोली से केदारनाथ व केदार पुरी के रास्तों में कीचड़ भी हो रहा है।