ऋषिकेश: देहरादून वासियों को नियो मेट्रो की सौगात इसी वर्ष मिलने जा रही है. राज्य सरकार ने सभी तरह की प्रक्रियाएं पूरी कर प्रोजेक्ट की रिपोर्ट केंद्र को भेज दी है, जिसे जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है. इसको लेकर भूमि भी मिल गई है. वहीं यह पूरा प्रॉजेक्ट दो लेन होगा, जिसमें करीब 25 स्टेशन बनेंगे. इसके साथ ही हरिद्वार-ऋषिकेश और नेपाली फार्म से देहरादून (Dehradun Rishikesh Neo Metro Project) तक मेट्रो परियोजना की डीपीआर भी तैयार कर ली गई है.
शहरी विकास मंत्री (Urban Development Minister) प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि राजधानी देहरादून में सड़कों पर यातायात का दबाव अधिक है. कई दफा वाहनों के अत्याधिक दबाव से यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है. प्रदूषण भी एक चिंता का विषय है. उन्होंने बताया कि सरकार ने नियो मेट्रो प्रोजेक्ट तैयार कर केंद्र सरकार को भेज दिया है, जिसमें करीब 22 किलोमीटर के दो ट्रैक नियो मेट्रो के लिए बिछाए जाने हैं. प्रोजेक्ट पर उन्होंने 1852 करोड़ रुपए खर्च होने की बात कही है. बताया कि प्रोजेक्ट में देहरादून में कुल 25 स्टेशन बनाए जाने हैं. नियो मेट्रो प्रोजेक्ट को जल्द मंजूरी मिलने के साथ ही उन्होंने टेंडर कर इसी साल काम भी शुरू करने की बात कही है.
मंत्री अग्रवाल ने बताया कि हरिद्वार-ऋषिकेश और नेपाली फार्म से देहरादून तक मेट्रो परियोजना की डीपीआर भी तैयार है. केंद्र को इस योजना की प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी जल्द भेजी जानी है. जिसके बाद इस प्रोजेक्ट भी काम शुरू किया जाएगा. बताया कि सरकार देहरादून की नियो मेट्रो को ऋषिकेश और हरिद्वार से जोड़ना चाहती है. यह प्रोजेक्ट करीब 1852 करोड़ का है. आईएसबीटी से घंटाघर तक प्रस्तावित रूट के लिए एमडीडीए ने हाल ही में आयोजित बोर्ड बैठक में प्रोजेक्ट की उपयोगिता को देखते हुए निर्णय लिया कि आईएसबीटी के पास स्थित एमडीडीए की 14645.48 वर्ग मीटर भूमि बाजार दर पर मुहैया कराई जाएगी.