देहरादून -कोरोनाकाल में प्रवासियों का अपने पैत्रक राज्य उत्तराखंड आने का सिलसिला लगातार जारी है लेकिन एक समय में राज्य के सबसे ख़ुशहाल जिले में से एक अल्मोड़ा के नए आंकड़े चौकानें वाले हैं. पंचायत विभाग के मुताबिक सर्वाधिक लौटने वालों की संख्या 36640 अल्मोड़ा जनपद की है। दूसरे नंबर पर पौड़ी जिले में 26633 लोग अपने गांवों की ओर लौटे हैं। जबकि तीसरे नंबर पर नैनीताल जनपद में 12219 और चौथे नंबर पर जनपद देहरादून में 11686 प्रवासी अपने गांवों की ओर लौटे हैं।
अभी तक जो आंकडें सामने आयें हैं उन्हें देखकर लगता है की प्रवासियों की एक बहुत बड़ी संख्या अल्मोड़ा वापस आ गयी है, जिसे लेकर अधिकारीयों के सामने उनकी बेरोज़गारी दूर करने की समस्या खड़ी हो गयी है. आपको बताते चले की यह वो आंकडें है जो स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर उपलब्ध हुए हैं. इनमे उन लोगो की जानकारी शामिल नहीं है जो बिना बताएं किसी तरह राज्य में घुस आये या फिर स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर पंजीकरण नही कराया.
जरूरी नहीं है कि जो लोग स्मार्ट सिटी वेबसाइट पर पंजीकरण करा रहे हैं, वह गांव तक भी पहुंच रहे हों, इनमें बहुत से लोग ऐसे होंगे, जो पंजीकरण कराने के बाद उत्तरांखड आए ही नहीं या फिर आकर लौट गए। इसमें विभिन्न कार्यों से आने वाले लोग, ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोग और शादी-विवाह में आने वाले लोग शामिल हो सकते हैं। हमने ग्राउंड स्तर पर प्राधानों से डाटा लेकर रिपोर्ट तैयार की है। एक-एक आदमी का हिसाब रखा गया है।
– डॉ. एसएस नेगी, उत्तराखंड ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष
हमने वही आंकड़े जारी किए हैं, जो स्मार्ट सिटी वेबसाइट पर दर्ज किए गए हैं। ये बात सही है कि इनमें से बहुत से लोग आने के बाद लौट चुके होंगे। लेकिन पलायन आयोग की ओर से पंचायत विभाग से लौटने वाले लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं ली गई। ऐसे में ग्रामीण स्तर पर किस प्रकार आंकड़े जुटाए गए, यह बात आयोग के लोग ही अच्छी तरह बता सकते हैं।
– हरिचंद सेमवाल, राज्य नोडल अधिकारी, कोविड